
नई दिल्ली। अहमदाबाद में 12 जून को लंदन के गैटविक जाने वाली एअर इंडिया की μलाइट एआई-171 के क्रैश मामले में केंद्र सरकार ने केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन की अध्यक्षता में 11 अधिकारियों की हाई लेवल कमेटी का गठन कर दिया है। कमेटी में कोई भी मेंबर जाइंट सेक्रेटरी रैंक से कम का नहीं होगा। कमेटी की सोमवार को मीटिंग होगी। कमेटी अपनी रिपोर्ट तीन महीने में सौंप देगी। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने शनिवार को यह जानकारी दी। तकनीकी जांच अअकइ करेगा: हालांकि मंत्री नायडू ने कहा कि तकनीकी जांच एयरक्राμट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (अअकइ) ही करेगा। एअर इंडिया का बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान गुरुवार को अहमदाबाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे में 241 यात्रियों सहित 275 लोगों की मौत हो गई।
जांच कमेटी में कौन-कौन
इसमें केंद्रीय गृह सचिव के अलावा नागर विमानन मंत्रालय के सचिव, केंद्रीय गृह मंत्रालय के एडिशनल सेक्रेटरी, गुजरात सरकार के होम और स्टेट डिजास्टर अथॉरिटी के अधिकारी, अहमदाबाद पुलिस कमिश्नर, एयरफोर्स के इंस्पेक्शन और सेμटी डीजी, बीसीएएस, डीजीसीए के डीजी और आईबी के स्पेशल डायरेक्टर समेत फोरेंसिक साइंस सर्विस के डायरेक्टर शामिल किए गए हैं।
नौ ड्रीमलाइनर की जांच पूरी
एअर इंडिया के अनुसार, सभी 33 ड्रीमलाइनर में से कंपनी ने नौ की जांच पूरी कर ली है।
25 लाख की मदद अलग से देगी एअर इंडिया
वहीं एअर इंडिया ने घोषणा की है कि वह प्लेन क्रैश में मारे गए लोगों के परिजन और जीवित बचे लोगों को 25-25 लाख रुपए देगी। यह राशि ‘टाटा संस’ द्वारा पहले घोषित किए गए एक-एक करोड़ रुपए के मुआवजे के अतिरिक्त है।
11 का डीएनए मैच :
इधर, अहमदाबाद सिविल अस्पताल के डिप्टी सिविल सुपरिंटेंडेंट रजनीश पटेल ने शनिवार को कहा, अब तक 248 शवों के डीएनए सैंपल्स का क्रॉस वेरिफिकेशन हुआ है, जिसमें से 11 का डीएनए मैच हुआ है। 9 शव परिजनों को सौंपे जा चुके हैं।