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भारत में जल्द लग सकते हैं कड़े प्रतिबंध! केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्ट; चीन में Corona से मचा हाहाकार

चीन में एक बार फिर कोरोना बेकाबू हो गया है। चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों से स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। आलम ये हो गया है कि अस्पतालों के बाहर लंबी लाइन लग गई हैं और मरीजों के लिए बेड नहीं मिल रहे हैं। सिर्फ चीन ही नहीं यूरोप सहित कई देशों में कोरोना के मामले में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है।

चीन में हुए कोरोना विस्फोट ने भारत की चिंता भी बढ़ा दी है। क्योंकि, पहले भी चीन के बाद ही कोरोना का वायरस दुनिया के दूसरे देशों तक फैला था। कोरोना के बढ़ते मामलों से चिंतित केंद्र सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है और सभी राज्यों को सतर्क रहने के लिए आगाह किया है।

केंद्र सरकार ने राज्यों को किया आगाह

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की तरफ से NCDC और ICMR को चिट्ठी लिखकर कहा कि सभी राज्यों को जीनोम सीक्वेंसिंग पर जोर देना होगा। इससे कि कोरोना के किसी संभावित नए वैरिएंट्स की समय रहते पहचान हो सके। भारत के सभी राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए सैंपल भेजे। भारत सरकार सभी राज्यों को सावधान रहने की नसीहत दे रही है।

दरअसल, दुनिया के कई देशों में एक बार फिर जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इससे आशंका जताई जा रही है कोविड-19 की इस नई लहर के पीछे कोरोना का कोई नया वेरिएंट तो नहीं है। इसी वजह से केंद्र सरकार ने राज्यों को आगाह किया है कि कोरोना वायरस का खतरा अभी खत्म नहीं हुआ है।

एक्सपर्ट से जानिए कोरोना का खतरा

एंटी टॉस्क फोर्स के वरिष्ठ सदस्य और कोविड टीकाकरण अभियान के प्रमुख डॉ. एनके अरोड़ा ने मंगलवार को दो टूक कहा है कि भारत को चीन की स्थिति से चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने हैं कि हम सुन रहे हैं कि चीन में कोरोना वायरस फिर तेजी से पैर पसार रहा है, लेकिन भारत की बात करें तो यहां बड़े स्तर पर टीकाकरण किया जा चुका है। एनके अरोड़ा ने बताया कि दुनिया में अब तक जितने भी कोरोना के सब वैरिएंट आए हैं, उनके मामले भारत में मिल चुके हैं। ऐसे में सिर्फ सावधानी बरतने की जरूरत है।

क्यों बढ़ रहा है संक्रमण ?

स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि चीन के शहरों में कोरोना संक्रमण बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन है। उनका कहना है कि ओमिक्रॉन के दो सब-वैरिएंट्स BA.5.2 और BF.7 तेजी से फैल रहे हैं। राजधानी बीजिंग BF.7 की चपेट में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने BF.7 को सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस बताया है। इस वैरिएंट की वजह से बीजिंग में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है। क्योंकि, हजारों लोग फीवर क्लीनिक के बाहर खड़े हैं, जिन्हें तुरंत इलाज की जरूरत है।

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तीन महीने-तीन लहरें…

चीन के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी वू जुन्यो ने कहा- इस सर्दी में चीन कोविड-19 की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का सामना कर रहा है। महामारी विशेषज्ञ ने कहा- उनका मानना है कि संक्रमण दर में मौजूदा इजाफा जनवरी के मध्य तक चलेगा। जबकि, दूसरी लहर जनवरी के अंत तक तेज हो जाने की संभावना है। जुन्यो ने आगे कहा कि कोरोना वायरस के केसों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा, क्योंकि लोग छुट्टी बिताने के बाद काम पर लौटेंगे।

श्मशानों में नहीं बची जगह

महामारी एक्सपर्ट के मुताबिक, बीजिंग में अंतिम संस्कार नॉनस्टॉप हैं। मुर्दाघर ओवरलोडेड हैं। अंतिम संस्कार के लिए लंबी कतार लगी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट के अनुसार, श्मशान में आने वाले कोरोना संक्रमित शवों की संख्या में अचानक वृद्धि हुई है। क्योंकि, चीन की राजधानी में वायरस तेजी से फैल रहा है। महामारी प्रतिबंधों में अचानक ढील देने के बाद इस तरह के हालत बने हैं।

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