ताजा खबरराष्ट्रीयस्वास्थ्य

केरल में Bird Flu फैलने से मचा हड़कंप, प्रशासन ने घरेलू पक्षियों को मारने का लिया फैसला; जिला प्रशासन का दावा- इंसानों में फैलने की संभावना नहीं

अलाप्पुझा (केरल)। केरल के अलाप्पुझा जिले में दो स्थानों पर बर्ड फ्लू फैलने की सूचना मिलने के बाद से हड़कंप मच गया है। यहां एडथवा ग्राम पंचायत के वार्ड एक और चेरूथाना ग्राम पंचायत के वार्ड 3 में इस वायरस की पुष्टि हुई है। क्षेत्र में पाले गए बत्तखों में इस वायरस की पुष्टि की गई है।

सैंपल में H5N1 की पुष्टि

बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाने वाले बत्तखों के सैंपल को परीक्षण के लिए भोपाल की एक लैब में भेजे जाने के बाद बीमारी की पुष्टि हुई। जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि सैंपल में एवियन इन्फ्लूएंजा (H5N1) यानी बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। एडथवा में 12 अप्रैल से अब तक 3 हजार तो चेरूथाना में 250 पक्षी मारे चुके हैं। अब यहां पर 21 हजार पक्षियों को मारा जाएगा।

पक्षियों को एक किमी के दायरे में मारे जाएंगे

ऐसे में भारत सरकार की कार्ययोजना के अनुसार, जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई बैठक में जहां पक्षी मिले हैं वहां से एक किलोमीटर के दायरे में घरेलू पक्षियों को मारने और नष्ट करने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला किया गया है। इसके लिए एक रैपिड एक्शन फोर्स बनाई जा रही है। साथ ही पशु कल्याण विभाग भी तैयारियों में जुट गया है।

इंसानों को नहीं है खतरा

फिलहाल, इंसानों में इसके फैलने की संभावना नहीं जताई जा रही है। जिसके चलते जिला प्रशासन ने कहा कि अनावश्यक रूप से घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इस बीमारी के इंसानों में फैलने की कोई संभावना नहीं है।

क्या है बर्ड फ्लू ?

बर्ड फ्लू या एवियन इन्फ्लूएंजा या H5N1 एक ऐसी बीमारी है जो मुख्य रूप से पक्षियों को प्रभावित करती है, ये बीमारी टाइप A इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से फैलती है। ये ज्यादातर पक्षियों के लिए घातक होती है। हालांकि, ये इंसानों को भी प्रभावित कर सकता है। यह मूल रूप से तब फैलता है जब कोई व्यक्ति किसी संक्रमित पक्षी के निकट संपर्क में आता है। ये आमतौर पर जंगली पक्षियों के जरिए पालतू पक्षियों में फैलती है। हालांकि, इंसानों में इसके मामले कम ही आते हैं। इसलिए, बेहतर है कि संक्रमित पक्षियों (मृत या जीवित) को न छुएं या उनकी बीट के संपर्क में न आएं।

क्या हैं बर्ड फ्लू के लक्षण

ये आमतौर पर बीमार पक्षी के संपर्क में आने से फैलता है। इस बीमारी में सर्दी, जुकाम, खांसी, सांस फूलना, मांसपेशियों में दर्द होना, सिर दर्द ठंड के साथ बुखार आना आदि लक्षण होते हैं। इसके लक्षण सामने आने में करीब 2 से 8 दिन का समय लग जाता है।

संबंधित खबरें...

Back to top button