vikrant gupta
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Mithilesh Yadav
7 Oct 2025
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गुना। कैंट थानांतर्गत नानाखेड़ी मंडी परिसर में गुरुवार रात हुई अनिल करोसिया की सनसनीखेज हत्या की गुत्थी पुलिस ने चंद घंटों में सुलझा ली। यह हत्या कोई सामान्य वारदात नहीं थी बल्कि आठ आरोपियों ने मिलकर दहशत फैलाने की नीयत से सुनियोजित षड्यंत्र के तहत अंजाम दी। हत्या के लिए चाकू ऑनलाइन मंगवाया गया था, जिसे पहले आरोपी ने अपनी बहन के जन्मदिन पर केक काटने के लिए इस्तेमाल किया और उसी चाकू से बाद में अनिल करोसिया को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्परता से कार्रवाई की और महज छह घंटे में सात आरोपियों को दबोच लिया, जबकि एक आरोपी अब भी फरार है।
21 अगस्त की रात पुलिस को सूचना मिली कि नानाखेड़ी मंडी परिसर स्थित खाद्य वितरण केंद्र के पास सडक़ किनारे एक व्यक्ति खून से लथपथ पड़ा है। केंट थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच में पाया कि व्यक्ति की धारदार हथियार से वार कर हत्या की गई है। मृतक की पहचान कर्नलगंज निवासी अनिल करोसिया के रूप में हुई। पुलिस अधीक्षक अंकित सोनी ने मामले की गंभीरता देखते हुए कैंट थाना पुलिस को तत्काल आरोपियों की तलाश कर गिरफ्तार करने के निर्देश दिए। इसके बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मानसिंह ठाकुर और सीएसपी प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में चार टीमों का गठन किया गया। पुलिस कंट्रोल रूम से एसपी खुद कार्रवाई की मॉनिटरिंग करते रहे।
पुलिस ने घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इनमें तीन युवक भागते दिखाई दिए, जिनमें से एक का चेहरा साफ था। उसकी पहचान ललित चंदेल उर्फ गच्छा निवासी कर्नलगंज के रूप में हुई। पुलिस ने तुरंत उसे राउंडअप किया और पूछताछ की। पूछताछ में उसने हत्या का पूरा राज उगल दिया। ललित ने बताया कि उसका दोस्त अभिषेक उर्फ टिंगा मृतक अनिल से रंजिश रखता था। आरोप था कि अनिल ने टिंगा की बहन के खिलाफ गलत बातें की थीं। इस पर टिंगा ने साथियों के साथ मिलकर अनिल की हत्या का षड्यंत्र रचा। योजना ऐसी बनाई गई कि वारदात से पूरे शहर में दहशत फैल जाए और गैंग का दबदबा बढ़े।
ललित ने खुलासा किया कि हत्या के लिए उसने मीशो शॉपिंग एप से चाकू मंगवाया। खास बात यह रही कि उसी चाकू से पहले अभिषेक टिंगा की बहन के जन्मदिन पर केक कटवाया गया और फिर उसी हथियार से अनिल करोसिया का कत्ल कर दिया गया। हत्या की रात गजाधर उर्फ गज्जू और कल्लू उर्फ रोहित ने अनिल की रेकी की और आने का इशारा बाकी साथियों को दिया। मौके पर ललित चंदेल, अभिषेक टिंगा और कपिल सगर ने अनिल पर हमला कर दिया। अंकित अन्नोटिया, गर्वित जाटव और अंकित कुशवाह भी पास खड़े रहकर घेराबंदी करते रहे ताकि कोई बचाव में न आ सके।
पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि आरोपी अंकित अन्नोटिया ने पहचान छिपाने के लिए अपने साथी अभिषेक कुशवाह के घर से टी-शर्ट, चप्पल और मोटरसाइकिल ली थी। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी तेजी से भाग निकले। लेकिन पुलिस की चौकसी और तकनीकी संसाधनों से उनकी पहचान उजागर हो गई। इसके बाद पुलिस ने महज छह घंटे में सात आरोपियों—ललित चंदेल उर्फ गच्छा, अभिषेक उर्फ टिंगा, कपिल सगर, अंकित कुशवाह, गर्वित जाटव, कल्लू उर्फ रोहित और गजाधर उर्फ गज्जू—को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त दो हॉकी, मोबाइल फोन और वारदात के वक्त पहने कपड़े भी जब्त किए गए। फिलहाल मुख्य आरोपी अंकित अन्नोटिया फरार है, जिसकी तलाश जारी है।
जांच में स्पष्ट हो गया कि यह हत्या एक संगठित षड्यंत्र के तहत की गई है। सभी आरोपियों ने मिलकर सुनियोजित तरीके से वारदात को अंजाम दिया ताकि इलाके में दहशत फैलाई जा सके। इस कारण प्रकरण में संगठित अपराध की धारा 111 बीएनएस का इजाफा किया गया है। इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने में पुलिस टीम की बड़ी भूमिका रही। सीएसपी प्रियंका मिश्रा के नेतृत्व में कैंट थाना प्रभारी अनूप कुमार भार्गव, उपनिरीक्षक राहुल शर्मा, ज्योति राजपूत, सउनि बालकिशन, बलवीर सिंह और साइबर सेल के आरक्षक कुलदीप यादव समेत करीब 25 पुलिसकर्मियों ने मिलकर यह सफलता हासिल की।
गुना पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है। सभी को पुलिस रिमांड पर लिया गया है ताकि वारदात से जुड़े अन्य पहलुओं का खुलासा किया जा सके। वहीं फरार आरोपी अंकित अन्नोटिया की तलाश के लिए विशेष टीम गठित कर दी गई है। पुलिस को उम्मीद है कि उसे भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
(रिपोर्ट - राजकुमार रजक)