Shivani Gupta
27 Nov 2025
गुना जिले के बागेरी खाद वितरण केंद्र पर बुधवार रात एक आदिवासी महिला किसान भुरिया बाई की मौत ने पूरे क्षेत्र में सनसनी मचा दी। दो दिनों से खाद के इंतजार में कतार में खड़ी महिला अचानक बीमार हो गई और अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस दुखद घटना ने जिला प्रशासन की व्यवस्थाओं और सरकारी दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों तथा विपक्ष के नेताओं में आक्रोश उत्पन्न कर दिया है।
मृतक महिला भुरिया बाई लगातार दो दिन से खाद लेने के लिए लाइन में खड़ी थीं। दिनभर इंतजार और रात को खुले आसमान के नीचे विश्राम करने के दौरान उनकी तबियत बिगड़ गई। आनन-फानन में उन्हें निजी अस्पताल और फिर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित किया। परिजनों ने बताया कि महिला डायबिटीज से पीड़ित थीं और लाइन में खड़े रहने के कारण उनकी हालत अचानक खराब हो गई।
स्थानीय कांग्रेस विधायक ऋषि अग्रवाल ने घटना पर तीखा आक्रोश व्यक्त किया। उन्होंने सवाल उठाया कि प्रशासन खाद की पर्याप्त उपलब्धता का दावा कर रहा है, फिर महिला किसान को ठंड में लाइन में खड़ा क्यों होना पड़ा। अग्रवाल ने सरकार और प्रशासन से पूछा कि इस महिला किसान की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा। उन्होंने मृतक परिवार से मिलने के दौरान बताया कि परिजनों को धमकाया जा रहा है कि वे इस मामले को सार्वजनिक न करें, जो मानवीय संवेदनाओं के विपरीत है।
गुना सांसद और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने घटना की जानकारी मिलते ही गहरा दुख व्यक्त किया और परिजनों के लिए तत्काल सहायता के निर्देश दिए। उन्होंने कलेक्टर किशोर कुमार कन्याल और पूर्व मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया को मौके पर भेजा। प्रशासन ने मृतक परिवार के लिए 2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता स्वीकृत की, रेडक्रॉस सोसाइटी के माध्यम से 10,000 रुपएअतिरिक्त मदद और अंतिम संस्कार के लिए 5,000 रुपए की राशि उपलब्ध कराई। सिंधिया ने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद है और जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सुधार की प्रक्रिया भी शुरू करने के निर्देश दिए।
मृतक महिला डायबिटीज से पीड़ित थीं और लाइन में खड़े रहने के दौरान उनकी तबियत अचानक बिगड़ गई। केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को जांच करने और जिम्मेदार कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सिंधिया ने कहा कि भविष्य में ऐसी परिस्थितियाँ दोबारा न हों और इसके लिए आवश्यक सुधार किए जाएं।
गुना विधानसभा से भाजपा विधायक पन्नालाल शाक्य ने भी सवाल उठाते हुए कहा कि लाइनें क्यों लगीं और महिला को रातभर तड़पने दिया गया। उन्होंने सिंगवासा क्षेत्र में आरओबी के भूमिपूजन कार्यक्रम में उपस्थित केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने ही प्रशासन की धज्जियां उड़ा दीं। विधायक ने कलेक्टर को सीधी चुनौती देते हुए पूछा, कलेक्टर साहब से जवाब लेंगे कि लम्बी-लम्बी लाइन क्यों लग रही है? क्या बात है बताओ न? आपकी व्यवस्था कैसी है? क्या महाराज साहब को बदनाम करना चाहते हो? शाक्य ने चेतावनी दी कि रात भर वह महिला तड़पती रही, क्या कारण थी? साहब से जवाब लेंगे, नहीं दोगे तो विधानसभा में लगेंगे?
भुरिया बाई की मौत ने ग्रामीण किसानों की उस मजबूरी को उजागर किया है, जिसमें वे अपने अन्नदाता होने के बावजूद जीवन जोखिम में डालकर ही कृषि की तैयारी कर पाते हैं। खाद वितरण की इस अव्यवस्था ने प्रशासन और सरकारी दावों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, और स्थानीय जनता तथा विपक्षी नेताओं में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है।
(रिपोर्ट - राजकुमार रजक)