
एम्स्टर्डम। नीदरलैंड की गठबंधन सरकार सिर्फ 11 महीने में ही ढह गई। दक्षिणपंथी और मुसलमान विरोधी छवि रखने वाले नेता गीर्ट वाइल्डर्स ने अपनी पार्टी पार्टी फॉर फ्रीडम (PVV) को गठबंधन से बाहर निकालने का ऐलान कर दिया है। इससे अब सरकार अल्पमत में आ गई है और देश कार्यवाहक प्रशासन के हवाले हो गया है।
शरणार्थी नीति पर था बड़ा मतभेद
वाइल्डर्स ने सरकार से हटने की वजह बताते हुए कहा कि गठबंधन के बाकी दल शरणार्थियों के खिलाफ कड़ी नीति बनाने में नाकाम रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि अप्रवासियों को वापस भेजने और सीमाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।
सरकार से इस्तीफा देंगे PVV के सभी मंत्री
गीर्ट वाइल्डर्स ने साफ किया कि उनकी पार्टी के सभी मंत्री सरकार से इस्तीफा दे देंगे। उन्होंने पिछले सप्ताह एक 10 सूत्रीय सख्त योजना पेश की थी, जिसमें सीरियाई शरणार्थियों को वापस भेजने, शरणार्थी केंद्रों को बंद करने और सीमाओं पर सेना तैनात करने की बात कही गई थी।
प्रधानमंत्री ने फैसले की आलोचना की
नीदरलैंड के प्रधानमंत्री डिक शूफ ने वाइल्डर्स के कदम को गैर-जिम्मेदाराना बताया। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में जब यूरोप आर्थिक और सुरक्षा संकट से जूझ रहा है, गठबंधन को छोड़ना अनावश्यक और गलत है।
अब जल्द होंगे नए चुनाव
गठबंधन सरकार में पहले 4 पार्टियां थीं, लेकिन PVV के बाहर निकलने के बाद अब केवल 3 रह गई हैं। इससे सरकार अल्पमत में आ गई है और अब जल्द ही नए चुनाव कराए जाने की संभावना है।