Aakash Waghmare
29 Oct 2025
वॉशिंगटन। अमेरिका की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पूर्व उपराष्ट्रपति और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस की सीक्रेट सर्विस सुरक्षा हटाने का आदेश दे दिया है। यह सुरक्षा पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनके कार्यकाल खत्म होने के बाद अतिरिक्त तौर पर एक साल के लिए बढ़ा दी थी। लेकिन ट्रंप प्रशासन ने अब इसे समाप्त कर दिया है। इसके साथ ही ट्रंप ने अमेरिका की टॉप हेल्थ एजेंसी CDC की डायरेक्टर सुसान मोनारेज को भी देर रात पद से हटा दिया।
अमेरिकी कानून के मुताबिक, किसी भी पूर्व उपराष्ट्रपति और उनके परिवार को पद छोड़ने के बाद अधिकतम छह महीने तक सीक्रेट सर्विस सुरक्षा मिलती है। कमला हैरिस का कार्यकाल सात महीने पहले खत्म हुआ था। इसके बावजूद तत्कालीन राष्ट्रपति जो बाइडन ने जनवरी 2025 में एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर साइन करके उनकी सुरक्षा अवधि को जनवरी 2026 तक बढ़ा दिया था।
व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने यह अतिरिक्त सुविधा तुरंत प्रभाव से खत्म करने का आदेश दिया है। अब 1 सितंबर से कमला हैरिस को केवल वही सुरक्षा मिलेगी जो कानून के तहत अनिवार्य है। इसका मतलब है कि उन्हें अब राष्ट्रपति-स्तरीय अतिरिक्त सुरक्षा कवर नहीं मिलेगा।
कमला हैरिस की वरिष्ठ सलाहकार किर्स्टन एलेन ने एक बयान जारी कर कहा कि, पूर्व उपराष्ट्रपति सीक्रेट सर्विस के प्रोफेशनलिज़्म, समर्पण और सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के लिए आभारी हैं। हालांकि, इस फैसले ने अमेरिकी राजनीति में हड़कंप मचा दिया है।
यह ट्रंप का पहला ऐसा फैसला नहीं है। इससे पहले उन्होंने अपने विरोधियों और हाई-प्रोफाइल लोगों की सुरक्षा भी हटाई थी। इसमें जॉन बोल्टन (पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार) और हंटर बाइडन व एश्ले बाइडन (जो बाइडन के बच्चे) शामिल हैं। अमेरिकी कानून के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति और उनकी पत्नियों को आजीवन सुरक्षा मिलती है, लेकिन उनके बच्चों को यह सुरक्षा केवल 16 वर्ष की उम्र तक ही मिलती है।
कमला हैरिस की सुरक्षा हटाने के साथ ही राष्ट्रपति ट्रंप ने एक और बड़ा कदम उठाया। उन्होंने सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) की डायरेक्टर सुसान मोनारेज को देर रात खुद ही बर्खास्त कर दिया। व्हाइट हाउस प्रेस सेक्रेटरी ने कहा कि मोनारेज राष्ट्रपति के 'मिशन' से मेल नहीं खाती थीं और उन्होंने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था।
मोनारेज के वकीलों ने आरोप लगाया है कि उन्हें विज्ञान के पक्ष में खड़े होने की सजा दी गई। इस घटनाक्रम के बाद CDC के चार अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पद छोड़ दिया। एजेंसी के एक अधिकारी ने AP से कहा, हमें पता था अगर वह नहीं टिक पाईं तो वैज्ञानिक नेतृत्व खत्म हो जाएगा। जब वो नहीं रहीं, तो हमने भी छोड़ने का फैसला किया।