Aakash Waghmare
12 Nov 2025
Aakash Waghmare
11 Nov 2025
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के लाल किले के पास 10 नवंबर की शाम हुए धमाके के बाद ‘डॉक्टर्स ऑफ टेरर’ की पूरी साजिश उजागर हो रही है। इस मामले में अल-फलाह यूनिवर्सिटी प्रमुख केंद्र बन गई है। यही वह यूनिवर्सिटी है, जहां से कई संदिग्ध डॉक्टर पकड़े गए हैं। पुलिस और जांच एजेंसियों के मुताबिक, आतंकी डॉक्टर उमर और पुलवामा के डॉक्टर मुजम्मिल अहमद की मुलाकात और साजिश की योजना इसी कैंपस में रची गई। मुजम्मिल के कमरे से मिली डायरी और नोटबुक से कई बड़े खुलासे हुए हैं।
यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग नंबर 17 आतंकियों की मीटिंग पॉइंट थी। इसके कमरा नंबर 13 और 4 में दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई ठिकानों को निशाना बनाने की योजना बनाई जा रही थी। कमरा नंबर 13 मुजम्मिल का था, जबकि डॉक्टर उमर का कमरा नंबर 4 था। दोनों कमरे ही आतंकियों की सीक्रेट मीटिंग और विस्फोटक तैयार करने की योजना के लिए इस्तेमाल हो रहे थे।
पुलिस ने कमरे नंबर 13 और 4 को सीज कर कई डिजिटल डिवाइस, पेन ड्राइव और नोटबुक बरामद की। यूनिवर्सिटी की लैब से कैमिकल भी निकाले गए थे, जिन्हें फरीदाबाद के धौज और टागा गांव में ले जाया गया। फोरेंसिक टीम ने अमोनियम नाइट्रेट और ऑक्साइड जैसी रासायनिक सामग्री जब्त की, जिनसे विस्फोटक बनाए जाने का शक है।
डायरी में 25-30 संदिग्धों के नाम और कोड वर्ड्स मिले हैं। एजेंसियों का अनुमान है कि, आरोपी 8 से 12 नवंबर के बीच कोई बड़ा हमला करने की योजना बना रहे थे। डायरी में “ऑपरेशन” शब्द कई बार लिखा गया है, जो साजिश की गंभीरता को दर्शाता है।
10 नवंबर की शाम करीब 6:52 बजे लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास खड़ी Hyundai i20 कार में जबरदस्त विस्फोट हुआ। धमाके में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है और 20 से अधिक घायल हुए हैं। घायल मरीजों का इलाज LNJP अस्पताल में जारी है। प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हुआ कि, कार में इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) लगाया गया था। फायर ब्रिगेड और पुलिस ने तुरंत क्षेत्र को सील कर दिया और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने इसे आतंकी घटना घोषित कर जांच शुरू कर दी।
जांच में फरीदाबाद के खंडावली गांव में संदिग्ध रेड फोर्ड इकोस्पोर्ट कार का सुराग मिला। कार को एजेंसियों ने कब्जे में लिया और NSG व केंद्रीय टीम द्वारा जांच की जा रही है। इसके अलावा फरीदाबाद मॉड्यूल से जुड़े संदिग्ध फ़हीम को हिरासत में लिया गया, जो डॉक्टर उमर का रिश्तेदार है।
जांच में लखनऊ का बड़ा कनेक्शन सामने आया है। संदिग्ध डॉ. शाहीन सिद्दकी दो महीने पहले लखनऊ आई थी और कई संदिग्ध लोगों से मिली। उसके संपर्कों में अयोध्या राम मंदिर का भी उल्लेख आया। कश्मीर में CIK और पुलिस की संयुक्त टीम ने 15 जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान डॉ. वहीद को हिरासत में लिया गया। एजेंसियों को शक है कि, फरीदाबाद और कश्मीर मॉड्यूल जुड़े हुए हैं।
जांच में यह भी सामने आया है कि, हमलावर केवल एक i20 या एकोस्पोर्ट कार का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे। दो और गाड़ियों में भी विस्फोटक भरने की योजना थी। यह मल्टी-लोकेशन, मल्टी-टीम ऑपरेशन था। जानकारी के अनुसार, आठ संदिग्ध चार शहरों में सीरियल ब्लास्ट करने की योजना बना रहे थे। हर टीम के पास कई IED ले जाने की जिम्मेदारी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने स्थिति की समीक्षा की। पीएम ने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की। अमित शाह ने कहा कि, दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। वहीं दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और खुफिया एजेंसियों को संभावित आतंकवादी गतिविधियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं। एनआईए, NSG और फॉरेंसिक टीमें लगातार जांच में जुटी हैं।