Aakash Waghmare
18 Dec 2025
इंदौर। लसूड़िया पुलिस ने पैथोलॉजी लैब संचालक के अपहरण और उसके साथ बर्बर मारपीट के सनसनीखेज मामले में एफआईआर दर्ज कर बड़ा खुलासा किया है। कार नंबर और पहचान के आधार पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को हिरासत में लिया है। यह वारदात उस वक्त हुई, जब सैंपल लेने के बहाने लैब संचालक को सुनियोजित तरीके से एबी रोड पर बुलाकर जबरन कार में बैठाया गया और रास्ते में उसके साथ मारपीट की गई। घटना ने शहर में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
पुलिस के अनुसार, मंगलवार को मूसाखेड़ी के रामनगर निवासी संदीप रेसवाल को कॉल कर सैंपल लेने के बहाने डीबी प्राइड कट के पास एबी रोड पर बुलाया गया। तय समय पर संदीप अपने लैब टेक्नीशियन के साथ मौके पर पहुंचा। वहां पहले से मौजूद कार में बैठे आरोपियों ने संदीप को पास बुलाया और बातों में उलझाकर अचानक जबरन कार में बैठा लिया। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी और मौके से फरार हो गए। दिनदहाड़े हुई इस वारदात से इलाके में हड़कंप मच गया।
मारपीट के दौरान जब लैब टेक्नीशियन ने विरोध किया और बीच-बचाव की कोशिश की तो आरोपियों ने उसे धमकाते हुए साफ शब्दों में कहा कि संदीप से उनका पैसों के लेन-देन का पुराना विवाद है और वह इस मामले में दखल न दे। आरोपियों की धमकी के बाद टेक्नीशियन मौके से हट गया। आरोपियों के जाने के बाद उसने तुरंत पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी, जिसके बाद लसूड़िया पुलिस हरकत में आई।
पुलिस ने बताया कि अपहृत और पीड़ित संदीप “श्योर पैथोलॉजी” के नाम से लैब का संचालन करता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ अपहरण और मारपीट की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज, कार नंबर और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की पहचान की और उनकी लोकेशन ट्रेस की।
सुसनेर से दबोचे गए आरोपी, पैसों का विवाद निकला वजह
थाना प्रभारी टीआई तारेश सोनी के मुताबिक, पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को सुसनेर क्षेत्र से राउंडअप किया है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि संदीप और आरोपियों के बीच करीब 7 लाख रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद चल रहा था, जो इस आपराधिक वारदात की जड़ बना। हालांकि पुलिस का कहना है कि फिलहाल आरोपियों का कोई आपराधिक रिकॉर्ड सामने नहीं आया है और वे पेशे से खेती-किसानी का काम करते हैं।
फिलहाल लसूड़िया पुलिस आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस अपहरण की साजिश पहले से रची गई थी या विवाद के चलते अचानक वारदात को अंजाम दिया गया। पुलिस का दावा है कि जांच पूरी होने के बाद आरोपियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।