Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक प्रेम कहानी ने सामाजिक और धार्मिक बंधनों को तोड़ते हुए नई मिसाल कायम की है। छतरपुर की मुस्लिम युवती शिफा ने अपने प्रेमी हिंदू युवक राहुल से विवाह करने के लिए न केवल धर्म परिवर्तन किया, बल्कि हिंदू रीति-रिवाजों से महादेवगढ़ मंदिर में शादी भी रचाई।

शिफा और राहुल का प्रेम कॉलेज के दिनों से परवान चढ़ा, लेकिन धर्म और सामाजिक मान्यताओं की दीवारें हमेशा उनके रास्ते में रहीं। परिवारों की असहमति के बावजूद दोनों ने एक-दूसरे का साथ नहीं छोड़ा। समय के साथ उन्होंने अपने रिश्ते को वैध और धार्मिक रूप से स्वीकार्य बनाने का रास्ता चुना।
प्रेमी युगल ने खंडवा स्थित महादेवगढ़ मंदिर पहुंचकर मंदिर संचालक अशोक पालीवाल को अपना संपूर्ण मामला बताया। पालीवाल ने पहले खंडवा न्यायालय में एफिडेविट के जरिए धर्म परिवर्तन की कानूनी प्रक्रिया पूरी करवाई, फिर हिंदू धर्म में विधिवत दीक्षा दिलाई गई। शिफा का नाम बदलकर 'शानवी' रखा गया।

महादेवगढ़ मंदिर में अग्नि को साक्षी मानकर सात फेरे लिए गए। विवाह समारोह में बड़ी संख्या में स्थानीय महिलाएं मौजूद रहीं, जिन्होंने कन्या के आंचल पर अक्षत व फूल बरसाकर नवदंपति को आशीर्वाद दिया और मंगल गीतों से माहौल को आध्यात्मिक बना दिया।
धर्म परिवर्तन के बाद शानवी ने कहा, “मैंने स्वेच्छा से हिंदू धर्म स्वीकार किया है क्योंकि इसमें महिलाओं को सम्मान और समानता का अधिकार दिया जाता है। मैंने अपने जीवन का यह निर्णय पूरी समझदारी और आस्था के साथ लिया है।”
विवाह के पश्चात मंदिर संचालक अशोक पालीवाल ने नवविवाहित जोड़े को रामायण भेंट कर आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा, “जिस तरह प्रभु श्रीराम ने जीवन में हर संकट का डटकर सामना किया, वैसे ही यह नवदंपति भी हर परिस्थिति में साथ निभाए।”