
ढाका। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के चीफ एडवाइजर डॉ. मोहम्मद यूनुस ने बिम्सटेक समिट में पीएम मोदी से मुलाकात के बाद भी यूनुस सरकार ने चीन और पाकिस्तान को रणनीतिक जगहों पर अहम प्रोजेक्ट सौंप दिए हैं। बांग्लादेश ने भारत के कोलकाता से सिर्फ 200 किमी दूर मोंगला पोर्ट के विस्तार की जिम्मेदारी चीन को दी है। चीन ने इस पोर्ट के डेवलपमेंट के लिए करीब 3,300 करोड़ रुपए देने का वादा किया है। लालमोनिरहाट जिले में सैन्य एयरबेस का निर्माण: वहीं, बांग्लादेश लालमोनिरहाट जिले में एक सैन्य एयरबेस बना रही है, जो भारत के सिलीगुड़ी कॉरिडोर से सिर्फ 120 किमी दूर है।
चीन और पाक की मौजूदगी भारत के लिए खतरा
चीन पहले ही बांग्लादेश को पनडुब्बी दे चुका है और अब वह बंगाल की खाड़ी में अपनी मौजूदगी और मजबूत कर रहा है। वहीं, पाकिस्तान के साथ मिलकर बांग्लादेश की ये सैन्य गतिविधियां भारत की चिंता बढ़ा रही हैं। बांग्लादेश में शेख हसीना की सरकार गिरने से पहले ही विपक्षी गठबंधन ने ‘इंडिया आउट’ कैंपेन शुरू कर दिया था। अब यूनुस की पार्टी एनसीपी खुलेआम भारत विरोधी बातें कर रही है। पार्टी के स्थापना दिवस पर पाकिस्तान के हाई कमिश्नर को बुलाना भी इसी एजेंडे का हिस्सा माना जा रहा है।
कोर्ट ने शेख हसीना समर्थक 70 वकीलों को जेल भेजा
बांग्लादेश की एक अदालत ने शेख हसीना समर्थक 70 वकीलों को जेल भेज दिया है। इन वकीलों के खिलाफ पिछले साल हुए हिंसक छात्र आंदोलन के दौरान मारपीट व हत्या की कोशिश के मामले दर्ज थे। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश छोड़ दिया था। ढाका मेट्रोपोलिटन सेशन जज मोहम्मद जाकिर हुसैन ने वकीलों को जमानत देने से इंकार करते हुए उन्हें जेल भेजने का आदेश दिया। 9 महिला वकीलों और ढाका बार एसो. के पूर्व अध्यक्ष अबू सैयद सागर को जमानत मिल गई है।