Manisha Dhanwani
20 Dec 2025
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अमृतसर। पंजाब और चंडीगढ़ में हुए बम धमाकों और ग्रेनेड हमलों में शामिल कुख्यात आतंकी हैप्पी पासिया को अमेरिका से भारत लाने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। उसे अमेरिकी एजेंसी FBI ने 17 अप्रैल 2025 को कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो से गिरफ्तार किया था। फिलहाल वह अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग (ICE) की कस्टडी में है।
हैप्पी पासिया पंजाब के अजनाला (अमृतसर) जिले का रहने वाला है। उसकी शुरुआत गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया के साथ हुई थी, लेकिन जल्दी ही वह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के संपर्क में आ गया।वह आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का करीबी सहयोगी था और पंजाब में चल रहे आतंकी मॉड्यूल का मुख्य ऑपरेटर बन गया था। वह फर्जी पहचान और बर्नर फोन का इस्तेमाल कर अमेरिका में छिपा हुआ था।
पासिया पर 14 से ज्यादा बम धमाकों और ग्रेनेड हमलों को अंजाम दिलाने का आरोप है, जिनमें प्रमुख घटनाएं शामिल हैं:
24 नवंबर – अजनाला थाने के बाहर RDX रखा गया (हालांकि फटा नहीं)।
27 नवंबर – गुरबख्श नगर चौकी पर ग्रेनेड विस्फोट।
2 दिसंबर – SBS नगर के काठगढ़ थाने में धमाका।
4 दिसंबर – मजीठा थाने के पास संदिग्ध विस्फोट (पुलिस ने इसे नकारा)।
13 दिसंबर – अलीवाल बटाला थाने में ग्रेनेड अटैक।
17 दिसंबर – इस्लामाबाद थाने में विस्फोट (DGP ने मानी आतंकी घटना)।
19 जनवरी – गुमटाला चौकी पर धमाका।
3 फरवरी – अमृतसर की एक चौकी को बनाया निशाना।
14 फरवरी – डेरा बाबा नानक में पुलिसकर्मी के घर पर धमाका।
15 मार्च – ठाकुर द्वारा मंदिर, अमृतसर पर हमला।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जनवरी 2025 में हैप्पी पासिया पर ₹5 लाख का इनाम घोषित किया था। उसे चंडीगढ़ ग्रेनेड अटैक केस में वांटेड घोषित किया गया था। NIA और पंजाब पुलिस काफी समय से अमेरिका में उसकी मौजूदगी पर नजर बनाए हुए थीं और FBI के साथ साझा कार्रवाई कर रही थीं।
जानकारी के अनुसार, अब पासिया को अमेरिका से भारत लाने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और उसे जल्द ही दिल्ली एयरपोर्ट पर भारतीय एजेंसियों के हवाले किया जाएगा। उसका प्रत्यर्पण आतंकवाद और गैंगस्टर नेटवर्क की कमर तोड़ने में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
FBI और ICE की कार्रवाई में पंजाब पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर बड़ा योगदान दिया। पंजाब पुलिस लगातार उसके नेटवर्क और सहयोगियों की जानकारी अमेरिका को भेज रही थी। अब उसके भारत लौटने के बाद पूरे नेटवर्क से पर्दा उठने की उम्मीद है।