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Apple E-Car : फैंस के लिए बुरी खबर! इलेक्ट्रिक कार प्रोजेक्ट हुआ बंद, एलन मस्क के साथ नहीं होगी एप्पल की भिड़ंत; 2000 एम्प्लॉइज होंगे प्रभावित

बिजनेस डेस्क। टेक कंपनी Apple को यूनिक प्रोडक्ट बनाने के लिए जाना जाता है। ऐसा ही एप्पल का एक मेगा प्रोजेक्ट इलेक्ट्रिक कार बनाने का मिशन था। हालांकि एप्पल ने इस प्रोजेक्ट को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी पिछले एक दशक से इस प्रोजेक्ट पर काम कर रही थी, लेकिन अभी तक कोई फिजिकल प्रोटोटाइप भी तैयार नहीं कर पाई थी। एप्पल के इस फैसले से स्पेशल प्रोजेक्ट ग्रुप (SPG) के करीब 2000 एम्प्लॉइज प्रभावित होंगे। आइए जानते हैं क्यों कंपनी ने बंद किया प्रोजेक्ट।

क्यों बंद हुआ एप्पल का प्रोजेक्ट ?

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एप्पल ने इलेक्ट्रिक कार बनाने के प्लान को कैंसिल कर दिया है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 2,000 कर्मचारी काम कर रहे थे। ऐसा दावा किया जा रहा है कि, एप्पल की ओर से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पर जोरशोर से काम किया जा रहा है।

इस डिपार्टमेंट में शिफ्ट होंगे 2,000 कर्मचारी

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि, SPG के सभी एंप्लॉयीज को जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डिवीजन में जॉन जियानंद्रिया के अंडर शिफ्ट किया जाएगा। ऐसे में सभी कर्मचारी जेनरेटिव एआई पर काम करने पर फोक्स कर रहे हैं।

साल 2014 में शुरू हुआ था प्रोजेक्ट

Apple कार प्रोजेक्ट में करीब 100 हार्डवेयर इंजीनियर और कार डिजाइनर काम कर रहे थे। बता दें साल 2014 के आसपास इलेक्ट्रिक कार बनाने का काम शुरू किया था। इसमें इंटीरियर और वॉइस इनेबल नेविगेशन सिस्टम पर काम पूरा हो चुका था। एप्पल, टेस्ला की तरह ऑटोमेटिक कार बना रहा था। जिसकी वजह से एलन मस्क से एप्पल की भिड़ंत होने वाली थी जो कि अब नहीं होगी।

टेस्ला के लिए खत्म हुआ कंपटीशन

एप्पल के इस प्रोजेक्ट से एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार कंपनी टेस्ला के लिए एक कंपटीशन का दी एंड हो गया है। बता दें कि टेस्ला अमेरिका की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कार कंपनी है। अभी एप्पल 2.82 ट्रिलियन डॉलर के मार्केट के साथ माइक्रोसॉफ्ट के बाद दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी है। वहीं टेस्ला 636 बिलियन डॉलर के साथ दुनिया की 11वीं बड़ी कंपनी है।

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