Manisha Dhanwani
5 Nov 2025
जम्मू। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास शुक्रवार दोपहर एक बड़ा हादसा हो गया। कृष्णा घाटी सेक्टर में गश्त के दौरान भारतीय सेना की जाट रेजिमेंट के जवान बारूदी सुरंग की चपेट में आ गए। इस विस्फोट में अग्निवीर ललित कुमार शहीद हो गए, जबकि एक जेसीओ (नायब सूबेदार हरि राम) और हवलदार गजेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद घायल जवानों को एयरलिफ्ट कर उधमपुर स्थित सेना के बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के मुताबिक, पुंछ जिले की हवेली तहसील के सलोत्री गांव स्थित विक्टर पोस्ट के पास शुक्रवार दोपहर करीब 12 बजे यह धमाका हुआ। 7 जाट रेजिमेंट के जवान जब अग्रिम चौकी के पास नियमित गश्त कर रहे थे, उसी दौरान वे ज़मीन में बिछी एक एम-16 लैंड माइन की चपेट में आ गए। विस्फोट इतना तेज था कि अग्निवीर ललित कुमार मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि दो अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।
भारतीय सेना एलओसी पर घुसपैठ को रोकने के लिए बारूदी सुरंगें बिछाती है। कई बार मौसम की वजह से ये माइनें अपनी जगह से खिसक जाती हैं और खतरा बन जाती हैं। शुक्रवार को जो विस्फोट हुआ, वह भी ऐसी ही एक माइन के कारण हुआ। हादसे के बाद सेना और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे और पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू कर दी गई है।

सेना की व्हाइट नाइट कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए अग्निवीर ललित कुमार को श्रद्धांजलि दी। पोस्ट में लिखा गया, “जीओसी व्हाइट नाइट कोर और सभी रैंक ने 7 जाट रेजिमेंट के अग्निवीर ललित कुमार को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने कृष्णा घाटी ब्रिगेड के क्षेत्र में गश्त के दौरान एक बारूदी सुरंग विस्फोट में सर्वोच्च बलिदान दिया। हम दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार के साथ खड़े हैं।”
सेना के अधिकारियों ने बताया कि घायल जेसीओ और जवान को तत्काल उधमपुर स्थित आर्मी हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां उनका इलाज जारी है। फिलहाल दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है