Peoples Reporter
15 Oct 2025
धर्म डेस्क। इस साल दीपावली का महापर्व 18 अक्टूबर से शुरू होकर 23 अक्टूबर तक चलेगा। यह पर्व इस बार पांच नहीं बल्कि 6 दिनों तक लगातार मनाया जाएगा। वेदाचार्यों के अनुसार कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। इसलिए धनतेरस दो दिन मनाई जाएगी और दीपावली पर्व 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
धनतेरस के दिन माता लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि और कुबेर देवता की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन सोना-चांदी, पीतल या तांबे की वस्तुएं खरीदना शुभ माना जाता है।
इस दिन भगवान श्रीकृष्ण, यमराज और हनुमानजी की पूजा का विशेष विधान है। कहा जाता है कि इसी दिन हनुमान जी का जन्म हुआ था। इस दिन पंचमुखी दीपक जलाकर यमराज की पूजा करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। हनुमान जी को बूंदी का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
यह दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा का सबसे शुभ समय है। इस दिन घरों को दीपों से सजाने और लक्ष्मी पूजन करने से घर में सुख-समृद्धि आती है।
पूजन मुहूर्त-
दीपावली के अगले दिन प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा की जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण को अन्नकूट का भोग लगाया जाता है, जिसमें कई प्रकार के व्यंजन अर्पित किए जाते हैं। यह पर्व प्रकृति और अन्न के प्रति आभार व्यक्त करने का प्रतीक है।
दीपावली महापर्व का समापन भाई दूज के साथ होता है। इस दिन बहनें भाइयों के माथे पर तिलक लगाकर उनकी लंबी उम्र और सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।