vikrant gupta
8 Oct 2025
भोपाल। हर साल 19 अगस्त को विश्व फोटोग्राफी दिवस मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ तस्वीरें लेने का नहीं, बल्कि पलों को कैद करने और यादों को सहेजने का दिन है। कहते हैं एक अच्छी तस्वीर हजारों किताबों को खुद में समेटे होती है। अगर इस दिन की बात भोपाल के नजरिए से करें, तो यह शहर फोटोग्राफरों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। झीलों का शहर, मस्जिदों की नजाकत, पुराने बाजारों की रौनक और आधुनिकता का मेल भोपाल हर क्लिक में अपनी अलग कहानी कहता है।
अवध की शाम और बनारस की सुबह जैसी नजाकत भोपाल की यहां की झीलों से है और न जाने कितने मंजर जो शहर की खूबसूरती को दर्शाते हैं। तो इंतजार किस बात का, आइए हम भी वाइल्डलाइफ फोटोग्राफर मनीष शशि शुक्ला के कैमरे की नजर से भोपाल की दीदार करें।
भोपाल को सिटी ऑफ लेक्स कहा जाता है। यहां की बड़ी झील (भोजताल) और छोटी झील फोटोग्राफी प्रेमियों के लिए किसी तोहफ़े से कम नहीं। सुबह का सूर्योदय और शाम की ढलती धूप में इन झीलों का नजारा कैमरे में उतर जाए तो तस्वीर किसी पेंटिंग जैसी लगती है। झील किनारे नावों की कतार और उड़ते पक्षी हर फोटोग्राफ में एक अलग रंग भर देते हैं।
भोपाल की पहचान इसकी भव्य मस्जिदों से भी है। ताज-उल-मसाजिद एशिया की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है, जो अपने वास्तुशिल्प और गुलाबी संगमरमर की खूबसूरती से कैमरे को मंत्रमुग्ध कर देती है। इसके अलावा मोती मस्जिद और पुरानी हवेलियां भी फोटोग्राफी के शौकीनों को आकर्षित करती हैं। पुरानी भोपाल की गलियों में चलते हुए कैमरे में हर फ्रेम एक नई कहानी बन जाता है।
पुराने भोपाल के चौक बाजार और सर्राफा रंगों, रोशनियों और लोगों की रौनक से भरे रहते हैं। यहां की गलियों की तंग चौड़ाई, परंपरागत परिधान और खान-पान की विविधता तस्वीरों में लोकसंस्कृति का असली रंग भर देती है। खासकर शाम के वक्त सर्राफा के खाने की दुकानों की लाइटें और भीड़, कैमरे में एक जीवंत माहौल पैदा करती हैं।
केवल पुराना ही नहीं, भोपाल का नया रूप भी तस्वीरों में बेहद आकर्षक है। शौर्य स्मारक, भारत भवन और वैन विहार नेशनल पार्क आधुनिकता और प्रकृति का संगम पेश करते हैं। वन विहार की हरियाली और खुले में विचरते जानवर फोटोग्राफी के लिए बेहतरीन विषय हैं। वहीं शौर्य स्मारक का स्थापत्य कला और रोशनी का मेल रात के समय और भी निखर जाता है।
भोपाल एक ऐसा शहर है जो हर मौसम में तस्वीरों के लिए खास बन जाता है। बरसात में झीलों का पानी और आसमान में छाए बादल, सर्दियों में सुबह की धुंध और गर्मियों में ढलते सूरज का लालिमा से भरा आकाश, हर पल कैमरे में कैद करने लायक होता है।
(Photographs Credit: Wildlife Photographer Manish Shashi Shukla)