
मॉस्को के शेरेमेंतयेवो एयरपोर्ट से एक भयावह घटना सामने आई है, जिसने न केवल रूस बल्कि दुनिया भर के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। एक 18 महीने के अफगान बच्चे पर जानलेवा हमला किया गया है। बच्चा अपनी गर्भवती मां और परिवार के साथ ईरान में बमबारी से बचकर रूस आया था, लेकिन एयरपोर्ट पर ही उसे एक बेलारूस के 31 वर्षीय युवक व्लादिमीर वितकोव ने बेरहमी से सिर के बल जमीन पर पटक दिया। यह घटना वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हुई, जिसके वीडियो के वायरल होते ही दुनियाभर में लोगों ने निंदा की।
पूरी वारदात कैमरे में कैद
वीडियो फुटेज के अनुसार, वितकोव एयरपोर्ट पर बच्चे के पास करीब 15 सेकंड तक खड़ा रहा। फिर अचानक उसने बच्चे को उठाया और पूरी ताकत से उसे जमीन पर सिर के बल पटक दिया। इसके बाद वह चुपचाप पीछे मुड़ा, काले चश्मा लगाया और दोनों हाथ फैला दिए। मानो वह कोई हीरो हो। यह पूरी वारदात इतनी जल्दी हुई कि वहां मौजूद लोग तब तक कुछ समझ पाते, तब तक बच्चा लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने तुरंत बच्चे की मदद करने की कोशिश की। इस दौरान हमलावर ने फर्श पर लेटकर रेंगने की कोशिश की और फिर भागने का प्रयास किया, लेकिन वह पकड़ लिया गया।
बच्चे को कृत्रिम रूप से कोमा में रखा गया
बच्चे को तुरंत मॉस्को के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने बताया कि उसे खोपड़ी में कई जगह फ्रैक्चर हैं और गंभीर चोटों की वजह से उसे कृत्रिम रूप से कोमा में रखा गया है। मॉस्को की बच्चों के अधिकारों की आयुक्त क्सेनिया मिशानवा के अनुसार, बच्चे की हालत स्थिर है, उसके मस्तिष्क को कोई स्थायी नुकसान नहीं पहुंचा है। आने वाले कुछ दिनों में डॉक्टर उसे वेंटिलेटर से हटाकर सामान्य वार्ड में शिफ्ट करने की योजना बना रहे हैं। पूरा रिकवरी प्रोसेस कम से कम एक महीने तक चलने की उम्मीद है।
घटना के बाद बच्चे की सदमे में
बच्चे की मां, जो पहले से ही गर्भवती हैं। वो इस हमले के बाद गहरे सदमे में हैं। परिवार ने हाल ही में ईरान में जारी बमबारी से बचने के लिए रूस की ओर रुख किया था। वे काबुल से होते हुए ईरान से मॉस्को पहुंचे थे। शुरुआत में मीडिया में बताया गया कि बच्चा ईरानी है, लेकिन बाद में रूस में ईरान के राजदूत काजम जलाली ने पुष्टि की कि वह अफगान मूल का है और रूस में शरणार्थी के तौर पर नागरिकता प्राप्त कर चुका है।
31 साल का है हमलावार, पहचान उजागर
हमलावर की पहचान व्लादिमीर वितकोव के रूप में हुई है। वह बेलारूस के होमिएल जिले के नोवाया हूटा गांव का रहने वाला है। उसकी उम्र 31 साल है। वह हाल ही में मिस्र से लौटा था, जहां वह न्यूक्लियर कंस्ट्रक्शन से जुड़े काम में था, लेकिन उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। रूसी मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हमले के समय वह तीन बोतल व्हिस्की और हशीश के नशे में था। वह मानसिक रूप से अस्थिर भी बताया गया है। उसके दोस्तों के अनुसार, वह सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक बीमारी के कारण न्यूरोसाइकोलॉजिकल डिस्पेंसरी में भी रजिस्टर्ड था।
आरोपी ने कबूला जुर्म
पुलिस पूछताछ में वितकोव ने बच्चे की हत्या की कोशिश स्वीकार की है, लेकिन यह भी कहा कि उसे नहीं पता वह ऐसा क्यों कर बैठा। उसकी मानसिक स्थिति इतनी बिगड़ी हुई थी कि पूछताछ के दौरान वह बार-बार हाथों से अजीब हरकतें करता रहा। पहले पूछताछ में उसने कहा कि उसने गलतियां की हैं, लेकिन स्पष्ट कारण बताने में असमर्थ रहा। 2019 की एक तस्वीर में वह कलाश्निकोव रायफल के साथ पोज देता नजर आता है, लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसने यूक्रेन युद्ध में भाग लिया था या नहीं। वह सोशल मीडिया पर रशियन वर्ल्ड का समर्थक और आपराधिक संस्कृति का प्रशंसक भी बताया गया है।
एक छोटी बच्ची का पिता है वितकोव
वितकोव की एक पत्नी और एक छोटी बेटी है। लेकिन वह 23 जून को काहिरा से अकेले रूस आया था। उसके परिवार के रूस न आने के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है। एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उसके खिलाफ अपने देश में नशीली दवाओं की तस्करी का एक मामला दर्ज था, लेकिन इस बात की पुष्टि अन्य स्रोतों ने नहीं की है। कुछ जानकारों का कहना है कि वह अच्छा और सामान्य व्यक्ति था जो कभी आक्रामक नहीं होता था, जबकि अन्य उसे मानसिक रूप से अस्थिर मानते हैं।
पीड़ित परिवार को मिल रही है सहायता
रूसी अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि बच्चे और उसके परिवार को हर संभव सहायता दी जा रही है। साथ ही यह भी कहा गया है कि किसी प्रकार के फंडरेजिंग की आवश्यकता नहीं है क्योंकि सरकार परिवार की सभी जरूरतों का ख्याल रख रही है।
ईरान और अफगानिस्तान दोनों ने की हमले की निंदा
इस घटना के बाद मॉस्को स्थित ईरानी राजदूत काजम जलाली ने इस हमले को पूरी तरह अमानवीय बताया और कहा कि ऐसे अपराध के लिए कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने रूस के विदेश मंत्रालय से तुरंत संपर्क कर बच्चे की राष्ट्रीयता और स्थिति की पुष्टि की।