Naresh Bhagoria
21 Dec 2025
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी दौरे के दूसरे दिन कई मुद्दों पर खुलकर बयान दिया। उन्होंने मोहर्रम के दौरान ताजिया की ऊंचाई, कांवड़ यात्रा पर मीडिया की आलोचना और सोशल मीडिया पर समाज को बांटने की साजिशों को लेकर अपनी बात रखी। उन्होंने साफ कहा कि अब शासन नियमों से चलेगा और किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जौनपुर की हाल की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक बड़े ताजिए के हाईटेंशन तार से टकराने पर तीन लोगों की मौत हो गई थी। इसके बाद लोगों ने सड़क जाम कर दी और पुलिस को घेर लिया। सीएम ने कहा, पुलिस ने पूछा- क्या करें? मैंने कहा- लाठी मारकर बाहर करो। क्योंकि लातों के भूत बातों से नहीं मानते।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग मोहर्रम के नाम पर अराजकता फैलाते हैं, जबकि पहले से चेतावनी दी जाती है कि ताजिए की ऊंचाई सीमित रखें। उन्होंने यह भी कहा कि ताजिए के लिए पेड़ों की टहनियां काटने या हाईटेंशन लाइन हटवाने की मांग अनुचित है। सीएम योगी ने कहा- एक पेड़ को बड़ा होने में 40-50 साल लगते हैं, उसे ऐसे नहीं काटा जा सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले मोहर्रम का जुलूस कई बार आगजनी और उपद्रव का कारण बनता था, जिससे बहन-बेटियां सड़कों पर निकलने से डरती थीं। उन्होंने कहा कि जब सरकार ने ताजिए की ऊंचाई तय करने का निर्देश दिया, तब किसी ने इसका विरोध नहीं किया, सोशल मीडिया तक पर भी नहीं।
सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा को लेकर मीडिया पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, कांवड़ यात्रा में कोई जाति, वर्ग या संप्रदाय का भेद नहीं होता। लोग श्रद्धा से 200-300 किलोमीटर तक पैदल जल लेने जाते हैं। इसके बावजूद कुछ लोग इसे उपद्रव और आतंकवाद से जोड़ने का दुस्साहस करते हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि ये वही मानसिकता है जो भारत की परंपराओं और आस्था को अपमानित करना चाहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि ये लोग ही जनजातीय समाज को भड़काते हैं और फेक सोशल मीडिया अकाउंट्स बनाकर जातीय संघर्ष को हवा देने की कोशिश करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने एक पुरानी घटना का जिक्र करते हुए कहा कि कुछ साल पहले आगजनी हुई थी। जब वीडियो फुटेज निकाला गया तो पाया गया कि एक व्यक्ति केसरिया गमछा पहनकर आग लगा रहा था और ‘या अल्लाह’ बोल रहा था। सीएम ने कहा, ऐसे छुपे हुए समाज विरोधी तत्वों को समय रहते पहचानना जरूरी है, ताकि समाज की एकता को नुकसान पहुंचाने वालों को बेनकाब किया जा सके।
इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, अगर कोई गांव में किसी झगड़े में बीच में आकर खुद को दरोगा समझेगा, तो पिटेगा। प्रशासन और कानून व्यवस्था के लिए सिस्टम बना है, उसका पालन करना होगा।
सीएम योगी ने जिस घटना का उल्लेख किया, वह जौनपुर के खुटहन थाना क्षेत्र के सधनपुर गांव की थी, जहां ताजिया हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया था। इस हादसे में तीन युवक झुलस गए थे और इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इसके बाद गुस्साए परिजनों ने शव रखकर प्रदर्शन किया था।
सीएम योगी दो दिवसीय वाराणसी दौरे पर हैं। दौरे के दूसरे दिन वे नमो घाट स्थित बसंता कॉलेज पहुंचे, जहां उन्होंने पौधरोपण किया और बिरसा मुंडा की स्मृति में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।