भोपालमध्य प्रदेश

उमा भारती बोलीं- शिवराज के पास हैं 8 महीने; गलत स्थानों पर शराब की दुकानों को खुलवाने से रोकना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी

भोपाल। मध्य प्रदेश में शराबबंदी को लेकर हमेशा चर्चाओं में रहने वाली बीजेपी की दिग्गज नेता एवं पूर्व सीएम उमा भारती (Uma Bharti) ने बुधवार फिर सिलसिलेवार ट्वीट किए। उमा भारती ने कहा कि गलत स्थानों पर शराब दुकानों को खुलवाने से रोकना जनप्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है और नई शराब नीति में जनप्रतिनिधियों को पहरेदार की भूमिका निभानी चाहिए। उन्होंने कहा- शिवराज जी के पास में अभी 8 महीने हैं। मध्य प्रदेश में हमारी सरकार भारी मतों से बननी ही है।

पार्षद से लेकर सांसद तक की जिम्मेदारी है : उमा

उमा भारती ने ट्वीट कर कहा- मैंने ओरछा की शराब की दुकान को लेकर जो टिप्पणी यहां के सांसद एवं विधायक को लेकर करी है वह केवल सिर्फ दो लोगों पर लागू नहीं होती क्योंकि यह व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं है। यह बात तो पूरे प्रदेश पर लागू होती है। ग्रामीण क्षेत्र में पंच से लेकर सांसद तक और शहरी क्षेत्र में पार्षद से लेकर सांसद तक, यह तो जनप्रतिनिधियों की ही जिम्मेदारी थी कि वह महिलाओं का सम्मान, सुरक्षा… नौजवानों के स्वास्थ्य एवं भविष्य को ध्यान में रखते हुए इन दुकानों को ऐसे गलत स्थानों पर खुलने ही नहीं देते।

मध्य प्रदेश की जन भावनाएं शराब के खिलाफ हैं : उमा

उमा भारती ने आगे लिखा कि वह जनप्रतिनिधि हैं उन्होंने सरकार को चुना है, सरकार की बात उन्हें जनता तक नहीं बल्कि जनता की बात उन्हें सरकार तक पहुंचाना है। मध्य प्रदेश की वर्तमान की यह घिनौनी शराब नीति से यह साबित हो गया कि वह अपने कर्तव्य में फेल हो गए। अब जो नई शराब नीति आने वाली है उसमें सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा इन जनप्रतिनिधियों की है क्योंकि मध्य प्रदेश की जन भावनाएं शराब के खिलाफ हैं। मेरी अपील है कि नई शराब नीति में आप एक सशक्त पहरेदार की भूमिका निभाइए।

शराब से नफरत और गंगा पर आस्था : उमा

कुछ समय बाद ही उमा भारती ने फिर से लगातार ट्वीट किए। जिसमें उन्होंने कहा- शराब से नफ़रत और गंगा पर आस्था इस पर मेरी निजी स्वतंत्रता को भाजपा ने मुझे पूरा अधिकार दिया एवं मेरा पूरा सम्मान रखा। 1999 में जब हमने एनडीए बनाकर लोकसभा का चुनाव लड़ा तो कॉमन मिनिमम एजेंडा बना जिसमे राम मंदिर का निर्माण नहीं था। लेकिन हमने भाजपा के प्लेटफ़ार्म से राम मंदिर के निर्माण पर अपनी आस्था पर स्वतंत्रता बनाए रखी। मैंने अटल जी के साथ कैबिनेट मिनिस्टर होते हुए भी राम का मंदिर, तिरंगा, घुसपैठ का विरोध इसपर पूरे स्वतंत्रता एवं अधिकार से अपनी बात खुलेआम कहीं।

अमित शाह का किया जिक्र

जब मैं 12 साल की थी तब से मोदी जी मेरे प्रति सम्मान एवं स्नेह दोनों दिखाते है। अमित शाह जी भी मेरी स्वतंत्रता का पूरा सम्मान करते है, जब अमित शाह जी राष्ट्रीय अध्यक्ष थे तो मैंने 2019 के लोकसभा चुनाव से 6 महीने पहले ही चुनाव न लड़ने की घोषणा की तो उन्होंने इसका पूर्ण सम्मान करते हुए मुझे भाजपा का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। मेरे ये 5 साल मेरी निजी साधना एवं गंगा के लिए समर्पित थे। इस बीच में ज़रूरत पड़ने पर मैंने मध्यप्रदेश एवं उत्तरप्रदेश में भाजपा का जमकर प्रचार भी किया। बीच में अचानक कोरोना काल आया और शराब का मसला उठा।

शिवराज जी के पास में अभी समय हैं : उमा

उमा भारती ने कहा- हम भाजपा के लोग आर्थिक अधिष्ठान के साथ सांस्कृतिक अधिष्ठान के प्रति भी सजग रहते हैं। मध्य प्रदेश की हमारी सरकार ने बनाई हुई वर्तमान की शराब नीति अनैतिक एवं जनहित के ख़िलाफ़ है। यह दुर्भाग्य है हमने ऐसी शराबनीति बनाई। जो मैंने शिवराज को सुझाव भेजे हैं उसमें राजस्व की हानि बहुत कम एवं जनहित बहुत बड़ा है। शिवराज जी के पास में अभी 8 महीने हैं। मध्यप्रदेश में हमारी सरकार भारी मतों से बननी ही है।

ये भी पढ़ें: ओरछा में उमा भारती : शराब दुकान के सामने गाय बांधी और चारा खिलाया, कहा- शराब नहीं दूध पीयो

2003 का रिकॉर्ड टूट जाएगा: उमा

यदि शिवराज जी ने यहां नियंत्रित एवं जनहितकारी शराब वितरण व्यवस्था कर दी तो महिलाओं के वोटों की ऐसी बरसात होगी की 2003 का रिकॉर्ड टूट जाएगा। आज मैं झांसी में हूं एवं मेरा फिर आग्रह है की मेरे, समाजसेवी, संतों के, संगठन के सुझावों पर शीघ्र ही शराब नीति बनाई जाए क्यूोंकि सब जगह व्यग्रता का वातावरण है।

मध्य प्रदेश की अन्य खबरों के लिए यहां क्लिक करें…

संबंधित खबरें...

Back to top button