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दिल्ली का मुख्यमंत्री कौन? कल विधायक दल की बैठक में मुहर लगाएगी बीजेपी, 18 फरवरी को हो सकता है शपथ समारोह

दिल्ली में 27 साल बाद भारतीय जनता पार्टी ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। 8 फरवरी को आए नतीजों में बीजेपी ने 70 में से 48 सीटें जीतकर सत्ता पर कब्जा कर लिया। हालांकि, पार्टी ने चुनाव के दौरान किसी भी नेता को मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश नहीं किया था। अब, मुख्यमंत्री के नाम को लेकर दिल्ली बीजेपी में मंथन तेज हो गया है।

कल होगी विधायक दल की अहम बैठक

सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने सोमवार को विधायक दल की बैठक बुलाई है, जिसमें मुख्यमंत्री के नाम पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। सभी विधायकों को बैठक के लिए सूचित कर दिया गया है, जो दिल्ली प्रदेश बीजेपी कार्यालय में होगी।

बीजेपी ने इस बार जाट, सिख और पूर्वांचली समुदाय समेत हर वर्ग के वोट बटोरने में सफलता पाई है। ऐसे में मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार तय करते समय सामाजिक और राजनीतिक समीकरणों का खास ध्यान रखा जाएगा।

मुख्यमंत्री पद के लिए कौन-कौन है रेस में

बीते कुछ दिनों में कई नामों की चर्चा रही है। मनजिंदर सिंह सिरसा, रेखा गुप्ता और प्रवेश वर्मा को संभावित दावेदार माना जा रहा है। दिल्ली में बीजेपी को हर समुदाय का समर्थन मिला है इसलिए पार्टी एक संतुलित निर्णय लेना चाहती है।

सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के बाद ही सीएम के नाम की घोषणा करने की योजना थी। अब जब दिल्ली विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 23 फरवरी को समाप्त हो रहा है, तो उससे पहले शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने की संभावना जताई जा रही है।

जनता की बीजेपी से बड़ी उम्मीदें

दिल्ली की जनता ने आम आदमी पार्टी (AAP) को 10 साल बाद सत्ता से बाहर कर बीजेपी को सत्ता सौंपी है। बीजेपी ने अपने संकल्प पत्र में कई बड़े वादे किए हैं, जिन पर जनता की नजरें टिकी हैं।

  1. यमुना नदी की सफाई : पीएम मोदी ने अपनी विजय रैली में इस वादे को दोहराया था।
  2. महिलाओं को 2500 रुपये प्रतिमाह : बीजेपी ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए यह वादा किया है।
  3. बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर और सुरक्षा : दिल्ली की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने का वादा भी किया गया है।

शपथ ग्रहण समारोह जल्द

कल की बैठक में सीएम के नाम पर सहमति बनते ही सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। 23 फरवरी से पहले शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने की उम्मीद है। इसके बाद नई सरकार अपने वादों को लागू करने की दिशा में काम शुरू करेगी।

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