
भारत ने शुक्रवार सुबह 9 बजकर 45 मिनट पर अग्नि प्राइम न्यू जेनरेशन बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। रक्षा अधिकारियों ने टेस्ट के बाद कहा कि परीक्षण के दौरान मिसाइल ने अधिकतम रेंज हासिल की। इसने सभी टेस्ट सफलतापूर्वक पास किए। लगातार तीसरे टेस्ट के साथ ही अग्नि प्राइम मिसाइल सटीकता और विश्वसनीयता के आयाम में खरी उतरी है। रक्षा अधिकारी ने बताया कि फ्लाइट के ट्रायल उड़ान के दौरान मिसाइल ने अधिकतम सीमा की यात्रा की और सभी परीक्षण उद्देश्यों को अच्छे से पूरा किया
अग्नि प्राइम मिसाइल की मारक क्षमता 2000 किलोमीटर तक
रक्षा अधिकारी ने बताया कि अग्नि प्राइम मिसाइल 1000 से 2000 किमी तक लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। उन्होंन बताया कि यह मिसाइल एमआईआरवी (multiple independently targetable reentry vehicle – MIRV) तकनीक से लैस है। डबल स्टेज और सॉलि़ड फ्यूल पर आधारित अग्नि प्राइम मिसाइल को एडवांस रिंग लेजर गैरोंस्कोप पर आधारित नेविगेशन सिस्टम द्वारा निर्देशित किया जाता है। इसका गाइडेड सिस्टम इलेक्ट्रो मैकेनिकल एक्यूटर से पूरी तरह से लैस है।
रक्षा अधिकारी ने बताया कि पूरे ट्राजेक्टोरी को कवर करने के लिए टर्मिनल प्वाइंट पर दो डाउन रेंज शिप सहित अलग-अलग स्थानों पर तैनात रडार, टेलीमेट्री और इलेक्ट्रो ऑप्टिकल ट्रैकिंग सिस्टम जैसे कई रेंज इंस्ट्रूमेंटेशन द्वारा हासिल डेटा का इस्तेमाल करके सिस्टम की परफॉर्मेंस को वैलिडेट किया गया है।