
भोपाल। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शहडोल के लालपुर में जनजातीय गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद भोपाल पहुंची। स्टेट हैंगर पर राष्ट्रपति को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल मंगू भाई पटेल, सीएम शिवराज सिंह चौहान भी भोपाल पहुंचे। स्टेट हैंगर से राजभवन पहुंची। यहां से दो प्रोजेक्ट्स रातापानी-ओबैदुल्लागंज-इटारसी फोरलेन सड़क परियोजना और DRDE ग्वालियर की लेबोरेटरी (BSL-4) का वर्चुअली शिलान्यास किया।
देश की विकास यात्रा में मप्र का अहम योगदान है : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजभवन में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रपति बनने के बाद मप्र की यह मेरी पहली यात्रा है। स्वागत से मैं अविभूत हूं और समृद्धि की कामना करती हूं। राष्ट्रपति ने आज के कार्यक्रम के लिए राज्यपाल और सीएम शिवराज को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि देश की विकास यात्रा में मप्र के लोगों ने अभूतपूर्व योगदान दिया है।
मप्र की धरती पर कई महान विभूतियों को जन्म लिया : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि मप्र की इस धरती ने कई महान विभूतियों को जन्म दिया। पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा, संविधान निर्माता भीमराव अम्बेडकर, पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इसी मप्र की धरती पर जन्में हैं। आधुनिक भारत की नींव रखने में अटल जी के प्रति सभी देशवासी सदैव आभारी रहेंगे। भारतीय साहित्य के महाकवि कालिदास, तानसेन से लेकर लता मंगेशकर ने यहां की धरती पर जन्म लिया। ग्वालियर का तानसेन संगीत समारोह, उज्जैन का कालिदास समारोह, खजुराहो का नृत्य समारोह कला कैलेंडर में दर्ज हैं।
मप्र में देश-विदेश से अनेक पर्यटक आते हैं : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि भेड़ाघाट में नर्मदा महोत्सव, शिवपुरी और बेतवा उत्सव मनाया जा रहा है। महाकालेश्वर, ओमकारेश्वर के ज्योर्तिंलिंग के साथ प्रभु राम की वनवास स्थली चित्रकूट मप्र के अध्यात्मिक महत्व को रेखांकित करते हैं। मप्र में देश-विदेश से अनेक पर्यटक आते हैं। मप्र में टाइगर रिजर्व हैं, अभी कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से चीते आने पर दुनिया भर के लोग उत्साहित थे। पिछले महीने केन्द्र सरकार के स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में छठीं बार सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को पुरुस्कृत करने का अवसर मुझे मिला। सबसे साफ शहरों में से एक तिहाई शहर मप्र में हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में मप्र के प्रयास देश भर के लिए अनुकरणीय हैं।
मप्र की विकास यात्रा तेज गति से जारी रहेगी : राष्ट्रपति
राष्ट्रपति ने कहा कि रानी दुर्गावती और झलकारी बाई ने महिलाओं के त्याग और समर्पण की कहानियां लिखी। इंदौर की अहिल्या बाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ का जीर्णोद्धार कर देश में अपनी छाप छोड़ी। भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम जनजातीय वर्ग की रानी कमलापति के नाम पर किया गया है। डीआरडीई की लैब से वायरस और बीमारियों पर शोध करने में मदद मिलेगी। मप्र के डोमेस्टिक प्रोडक्ट में साढे़ तीन गुना वृद्धि हुई है। कृषि विकास दर में पिछले चार सालों में औसतन 20 फीसदी बढ़ी है। मुझे विश्वास है मप्र की विकास यात्रा और तेजी से आगे बढ़ेगी। आशा करती हूं कि मप्र देश में एक उज्जवल राज्य के रूप में उभर कर आएगा।
इन दो प्रोजेक्ट्स का किया वर्चुअल शिलान्यास
राजभवन से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतमाला परियोजना अंतर्गत 417.51 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले रातापानी-औबेदुल्लागंज-इटारसी फोरलेन राजमार्ग एवं DRDE ग्वालियर की लेबोरेटरी (BSL-4) का वर्चुअली शिलान्यास।
सीएम बोले- राष्ट्रपति का जीवन हमें प्रेरणा से भर देता है
राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा- आज मन अपार हर्ष और प्रसन्नता से भरा हुआ है। मप्र की धरती पर राष्ट्रपति का आज आगमन हुआ है। शहडोल में लाखों लोगों ने उनका अभिनंदन किया। जब हम सोचते हैं तो उनका जीवन हमें प्रेरणा से भर देता है।
सामान्य परिवार में जन्मी लेकिन लगता है ईश्वर ने कठिन परीक्षा ली उनकी। अपने स्वजनों से बिछड़ते कभी विचलित नहीं हुई। उनके जीवन का सफर पर अटल जी की पंक्तियां याद आतीं हैं ‘हार नहीं मानूंगी, रार नहीं ठानूंगी’। पहले लिपिक फिर पार्षद, फिर विधायक और मंत्री बनीं। राज्यपाल बनीं और जब उनका टर्म पूरा हो गया तो चुपचाप अपने गांव में निष्काम कर्मयोगी की तरह हो गईं। देश के जनमानस में उन्होंने अद्वितीय स्थान उन्होंने बनाया है।
कार्यक्रम में ये रहे मौजूद
राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, बीजेपी के प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव, मप्र सरकार के मंत्री तुलसी सिलावट, डॉ. प्रभुराम चौधरी, नरोत्तम मिश्रा, विजय शाह, ओमप्रकाश सकलेचा, यशोधरा राजे सिंधिया, मेयर मालती राय, विधायक कृष्णा गौर राजभवन में मौजूद रहे। इनके अलावा मप्र के विभिन्न विभागों के प्रमुख अधिकारी गण मौजूद रहे।

16 नवंबर को भोपाल में होगा सम्मेलन
- बुधवार दोपहर 11.30 से दोपहर 12.30 बजे तक भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में महिला स्व-सहायता समूहों के सम्मेलन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शामिल होंगी।
- दोपहर 12.45 बजे स्टेट हैंगर भोपाल से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दिल्ली प्रस्थान करेंगी।
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— Peoples Samachar (@psamachar1) November 15, 2022
पेसा एक्ट लागू करने वाला मप्र 7वां राज्य बना
राष्ट्रपति ने शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह के मंच से नियमावली का विमोचन कर पेसा एक्ट लागू किया। मध्य प्रदेश देश का सातवां राज्य है, जहां पेसा अधिनियम लागू किया गया है। इससे पहले छह राज्यों (हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र) ने पेसा कानून बनाए हैं। पेसा एक्ट का संबंध मध्य प्रदेश से ही ज्यादा रहा है। मध्य प्रदेश के झाबुआ से सांसद रहे दिलीप सिंह भूरिया की अध्यक्षता में बना गई समिति की अनुशंसा पर यह कानून बनाया गया था। 24 दिसंबर 1996 को पेसा कानून देश में लागू हुआ था।
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