खंडवा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार को खंडवा जिले में थे। वे यहां पंधाना में जनदर्शन कार्यक्रम में शामिल हुए और कई योजनाओं की सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए एक बड़ा राज भी खोला। उन्होंने बताया कि कैसे वह चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने।
शिवराज ने खुले मंच से कहा- ‘2018 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मैंने मान लिया था कि अब तो 5 साल के लिए गए। मगर, पता नहीं क्या चमत्कार हुआ और मैं 15 माह में ही वापस आ गया।’उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। कहा- ‘वह 15 महीने के लिए सीएम नहीं थे। इस दौरान कमलनाथ मुख्यमंत्री थे। इन्हीं 15 महीनों में प्रदेश सत्यानाश करके चले गए कमलनाथ।’
शिवराज बोले- प्रदेश के सभी गरीबों को रहने के लिए जमीन दी जाएगी, एक लाख पदों पर भर्तियां की जाएंगी
बेटियां पैसे मांगती रहीं, कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया: शिवराज
उन्होंने कमलनाथ सरकार पर तंज कसा और कहा- 15 माह की कमलनाथ सरकार के समय प्रदेश में कुछ नहीं हुआ। प्रदेश को बर्बाद करने का आरोप लगाया। कहा- मेरी सारी योजनाएं बंद कर दीं। यहां तक कि कन्यादान योजना भी अधर में लटक गई। बेटियां शादी के समय पैसे मांगती रह गईं, लेकिन कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया।
सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद बनी थी शिवराज सरकार
दरअसल, 2018 के विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बहुमत मिला और सरकार बन गई थी। जिसके चलते शिवराज को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था। कांग्रेस ने प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया, लेकिन 2020 में वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए। उनके समर्थन में कांग्रेस के 22 विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया, जिससे कांग्रेस की कमलनाथ सरकार गिर गई और शिवराज फिर से प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए।
2018 में भाजपा को मिली थी 107 सीटें
2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 107 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस को 114 सीटें मिलीं। दो सीटें बसपा और एक सीट सपा को मिली थी। जबकि 4 सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशी जीते थे। प्रदेश में 230 विधानसभा सीटें हैं। वर्तमान में भाजपा के पास 126 सीटें हैं। कांग्रेस के 96 विधायक बचे हैं। एक सीट रिक्त है।