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आशा भोसले का 88वां बर्थडे आज: ‘सावन आया’ गाने से किया था हिंदी संगीत में डेब्यू, 16 की उम्र में की थी 30 साल के गणपत से शादी

मुंबई। बॉलीवुड की मशहूर सिंगर आशा भोसले आज अपना 88वां जन्मदिन मना रही हैं। हजारों गीतों को अपनी आवाज से अमर बना देने वाली आशा भोसले को भारतीय सिनेमा जगत की सर्वकालिक महान गायिकाओं में गिना जाता है। उनका जन्म आज ही के दिन 1933 में महाराष्ट्र के एक छोटे से गांव सांगली में हुआ था। उन्होंने 16 हजार से ज्यादा फिल्मी और गैर फिल्मी गीत गाये हैं। हिंदी के अलावा उन्होंने बंगाली, मराठी, गुजराती, भोजपुरी, पंजाबी, तमिल, अंग्रेजी, मलयालम और रूसी भाषा में भी बहुत से गीत गाए हैं। आशा ताई ने 22 भाषाओं में 11000 से अधिक गाने गा कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रेकॉर्ड में अपना नाम दर्ज किया है।

‘सावन आया’ गाने से किया था हिंदी संगीत में डेब्यू

आशा भोसले के पिता अभिनेता और क्लासिकल गायक थे। हालांकि जब आशा महज 9 साल की थीं तो उनके पिता का निधन हो गया था। उस वक्त परिवार को संभालने के लिए उन्होंने लता मंगेशकर के साथ फिल्मों में गाना, गाना शुरू कर दिया था। आशा ने पहली बार साल 1943 में मराठी फिल्म ‘मझा बाल’ का गाना ‘चला चला नव बाला’ गाया था। इसके बाद 1948 में उन्होंने ‘चुनरिया’ का गाना ‘सावन आया’ से पहली बार हिंदी संगीत में डेब्यू किया था। इसके बाद फिल्म ‘परीणिता’ और ‘बूट पालिश’ फिल्म के गानों ने आशा की आवाज को पहचान दी। ‘आजा आजा मैं हूं प्यार तेरा’ जैसे हजारों सुपरहिट गाने देने वाली सिंगर आशा भोसले के नाम न जाने कितने अवॉर्ड और रिकॉर्ड दर्ज है।

आशा भोसले और पंचम दा की प्रेम कहानी

आशा भोसले की साल 1956 में आरडी बर्मन से मुलाकात हुई थी। दरअसल पंचम दा ने उन्हें फिल्म तीसरी मंजिल के गाने के लिए संपर्क किया था। उस समय आशा अपने पति गणपत राव से अलग हो चुकी थीं। जब आशा महज 16 साल की थीं तो उन्होंने 30 साल के गणपत राव से शादी कर ली थी। हालांकि उनका परिवार इस शादी के खिलाफ था। कुछ सालों बाद उनके रिश्ते में कड़वाहट आने के बाद दोनों अलग हो गए। उसके बाद उनकी जिन्दगी में ओ पी नैयर आए। 1958 से लेकर 1972 तक नैयर और आशा भोसले का प्रेम संबंध आगे बढ़ता रहा। 14 सालों तक ओ पी नैयर का आशा भोसले के साथ प्रेम संबंध चला। इसके बाद दोनों अलग हो गए।

आशा से 6 साल छोटे थे पंचम दा

आशा भोसले ने आरडी बर्मन के कंपोजिशन में बने डांस नंबर ‘आजा आजा’, ‘ओ हसीना जुल्फों वाली’ जैसे कई गाने गाए जो जबरदस्त हिट हुए। उन्होंने रेखा की फिल्म ‘उमराव जान’ की कई गजले गाईं जिससे उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला। इसके बाद उन्हें मेरा कुछ सामान गाने के लिए भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। आशा और पंचम दा की जोड़ी सुपरहिट रही। इसके बाद 47 की उम्र में आशा ने पंचम दा से शादी कर ली। पंचम दा उनसे 6 साल छोटे थे ऐसे में उनकी मां इस शादी के खिलाफ थीं। हालांकि उन्हें मनाने के बाद आरडी बर्मन ने आशा भोसले से शादी कर ली थी। शादी के 14 साल बाद पंचम दा का निधन हो गया लेकिन उनकी यादें आज भी आशा भोसले के दिल में जिंदा है।

सिंगर होने के साथ ही हैं बेहतरीन शेफ

आशा भोसले गायिकी के अलावा खाना बनाने में भी सिद्धहस्त हैं। बॉलीवुड में ऐसे कई सेलेब्रिटी हैं जो आशा ताई से अक्सर कढ़ाई गोश्त और बिरयानी की डिमांड करते हैं। आशा ताई ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि अगर गायिकी में उनका करियर नहीं बनता तो वे कुक बन जातीं। आशा भोंसले का रेस्टोरेंट बिजनेस भी अच्छा चल रहा है। उनके दुबई और कुवैत में आशाज नाम के रेस्टोरेंट हैं। जहां पारंपरिक उत्तरी-पश्चिमी भारतीय खाना विशेष रूप से मिलता है। उनके रेस्टोरेंट अबुधाबी, दोहा, बहरीन में भी हैं।

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