vikrant gupta
8 Oct 2025
शिवपुरी। राजस्थान के बारां जिले में रक्षाबंधन मनाने मायके आई महिला और उसके दो बच्चों की सांप के डसने से मौत हो गई। घटना के बाद परिजन उन्हें अस्पताल ले जाने के बजाय झाड़-फूंक कराते रहे, जिससे समय पर इलाज न मिलने से तीनों की जान नहीं बच सकी। मृतकों में महिला पिंकी (30), बेटा प्रिंस (7) और बेटी नेहा (5) शामिल हैं।
शिवपुरी जिले के रन्नौद थाना क्षेत्र के अकोदा गांव की रहने वाली पिंकी पत्नी ब्रजेश अपने बच्चों के साथ सोमवार को मायके सिरसौद गांव (जिला बारां, राजस्थान) आई थी। मंगलवार सुबह करीब 5 बजे जब तीनों सो रहे थे, तभी कॉमन करैत सांप ने उन्हें डस लिया। परिजनों ने उनके मुंह से झाग निकलते और सांस लेने में तकलीफ देखी। इसी दौरान सांप कमरे में ही मिला, जिसे मार दिया गया।
सांप के डसने के बाद ग्रामीणों ने सलाह दी कि तुरंत अस्पताल ले जाया जाए, लेकिन परिजन पहले उन्हें झाड़-फूंक कराने सिरसौद गांव के एक व्यक्ति के पास ले गए। करीब पांच घंटे बाद हालत बिगड़ने पर तीनों को केलवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
महिला के मायके और ससुराल पक्ष के लोग उन्हें मृत मानने को तैयार नहीं थे। राजस्थान से शव लेकर वे कोलारस के रिजौदा गांव और फिर वारई गांव झाड़-फूंक कराने पहुंचे। बाद में शिवपुरी जिले के बदरवास सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, जहां फिर से मृत घोषित कर दिया गया। इसके बावजूद परिजन शव को गुना जिले के मोरखेरा गांव एक और झाड़-फूंक करने वाले के पास ले गए।
स्नेक कैचर जसवंत के अनुसार, कॉमन करैत रात में सक्रिय होता है और इसका जहर कोबरा से चार गुना अधिक जहरीला होता है। भारत में इसे सबसे खतरनाक सांपों में पहले स्थान पर माना जाता है। इसके काटने पर मांसपेशियों में लकवा, सांस रुकना और अंततः मौत हो सकती है, इसलिए तत्काल अस्पताल में एंटीवेनम इंजेक्शन लगाना जरूरी होता है।