Hemant Nagle
16 Nov 2025
Hemant Nagle
16 Nov 2025
राजीव सोनी, भोपाल। मध्यप्रदेश के मालवांचल सहित अन्य इलाकों में पुलिस और नार्कोटिक्स विभाग की नाकाबंदी में पकड़े जा रहे मादक पदार्थों की तस्करी में नए-नए तौर-तरीकों का खुलासा हो रहा है। दबिश दे रही पुलिस और नार्कोटिक्स की टीम भी तस्करी के ‘इनोवेशन’ देख हैरान है। फिल्म पुष्पा स्टाइल में सीमेंट मिक्सर ‘कैप्सूल’, दूध, पानी और तेल के टैंकर, ट्रक-कारों में मादक पदार्थ से भरे गुप्त चैंबर्स सामने आए। कार-ट्रकों के इंजन व टायर्स के भीतर एवं एंबुलेंस में भी लाखों-करोड़ों की अफीम, गांजा, चरस, डोडा और एमडी पावडर आदि मिल चुके हैं। पुलिस और नार्कोटिक्स की सख्ती देख मादक पदार्थों के अवैध परिवहन में लगे तस्करों ने डाल-डाल और पात-पात जैसा अंदाज अपना लिया है। मालवांचल के उज्जैन-इंदौर संभाग के अलावा ग्वालियर-चंबल संभाग के छोटे-बड़े नगरों और गांवों में इस तरह के मामले पकड़े गए है।
नवंबर को मंदसौर पुलिस ने सीतामऊ रोड पर मोटर साइकिल में 8.50 लाख रुपए मूल्य का एमडी पावडर और डोडा चूरा बरामद कर दो तस्करों को गिरफ्तार किया। उनसे हुई पूछताछ में कई खुलासे हुए। 10 नवंबर को रतलाम जिले के ग्राम रोला में नार्कोटिक्स ब्यूरो की टीम पर ड्रग्स तस्कर हवाई फायर कर फरार हो गए। सीबीएन अधिकारियों ने रास्ता रोक कर उनके कब्जे से डोडा चूरा से भरी गाड़ी जब्त कर ली।
7 नवंबर को नारायणगढ़ पुलिस ने रात के अंधेरे में जा रहे ट्रैक्टर को रोका तो उसके टायर में छिपाकर रखा 3 लाख रुपए मूल्य का 150 किग्रा डोडा चूरा निकला। दो आरोपियों पर एनडीपीएस एक्ट में कार्रवाई कर जब्ती बनाई गई। पिपलिया मंडी टोल प्लाजा पर नार्कोटिक्स टीम ने टैंकर के नीचे बनाए गए चैंबर से 242 किग्रा डोडा चूरा और अफीम जब्त किया। तस्कर ने पूछताछ में बताया कि मादक पदार्थ नीमच से पंजाब लेकर जा रहा था।
नार्कोटिक्स ब्यूरो के छापामार दलों का कहना है कि अफीम-डोडा चूरा और अन्य मादक पदार्थ मालवांचल से पंजाब व राजस्थान के जिलों में ले जाने के मामले ज्यादा है। उज्जैन रेंज के पुलिस अधिकारी और नीमच स्थित सेंट्रल नार्कोटिक्स से जुड़े अफसरों का कहना है कि सख्ती बढ़ने के कारण ऐसे मामले ज्यादा मिल रहे हैं। मंदसौर और नीमच सहित रतलाम जिले के कई गांव इन दिनों सुर्खियों में है।
उज्जैन जोन के एडीजी उमेश जोगा कहते हैं कि डीजीपी ने हाल ही में सख्त बीट सिस्टम लागू किया है इससे मादक पदार्थ ज्यादा पकड़े जा रहे हैं। तस्कर हर बार नए-नए तरीके अपना रहे है। राजस्थान, गुजरात सहित अन्य राज्यों की पुलिस से भी हमारा समन्वय बना हुआ है। नीमच के डिप्टी नार्कोटिक्स कमिश्नर निखिल कुमार गांधी कहते हैं कि ड्रग्स तस्कर चाहे कितने भी ‘इनोवेशन’कर लें हमारी नजरों से नहीं बच सकते। अभी टीम ने 1 किग्रा एमडी ड्रग्स पकड़ी है। ट्रैक्टर्स के टायर, सीक्रेट चेंबर, कार के दरवाजे व वायर के खोलों में भी ड्रग्स पकड़े गए हैं।