Priyanshi Soni
11 Oct 2025
नई दिल्ली। अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी 8 दिन के भारत दौरे पर है। इस दौरान शुक्रवार को उन्होंने दिल्ली स्थित अफगानिस्तान दूतावास में प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसमें महिला पत्रकारों को आमंत्रित नहीं किया गया। जिसको लेकर राजनीति में बातचीत शुरू हो गई है। हालाकिं, मामले पर सरकार ने अपने पक्ष रखते हुए कहा कि अफगानिस्तान के विदेश मंत्री की ओर से दिल्ली स्थित अफगानिस्तान दूतावास में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत के विदेश मंत्रालय की कोई भागीदारी नहीं थी।
कांग्रेस मंत्री प्रियंका गांधी ने मामले पर टिप्पणी करते हुए x पर लिखा- 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, कृपया यह साफ करें कि भारत आए तालिबान प्रतिनिधि की प्रेस कॉन्फ्रेंस से महिला पत्रकारों को क्यों हटाया गया। अगर महिलाओं के अधिकारों को लेकर आपकी बातें सिर्फ चुनाव के समय की दिखावा नहीं हैं, तो देश की कुछ काबिल महिलाओं का यह अपमान हमारे देश में कैसे होने दिया गया? यह वही देश है जहां की महिलाएं रीढ़ और शान हैं।'
वहीं, तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस पर हमले करते हुए x पर वीडियो पोस्ट किया। जिसमें सवाल उठाते हुए उन्होंने पूछा कि कैसे सरकार ने तालिबान प्रतिनिधि को भारतीय धरती पर पूरी प्रोटोकॉल के साथ महिलाओं पत्रकारों को बाहर रखकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की इजाजत दी।
कांग्रेस नेता और पूर्व गृह मंत्री पी चिदंबरम ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर एक पोस्ट साझा किया। उन्होनें लिखा- मुझे इस बात पर हैरानी है कि अफगानिस्तान के अमीर खान मुत्तकी की प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को शामिल नहीं किया गया। मुझे लगता है कि जब पुरुष पत्रकारों को पता चला कि उनकी महिला सहकर्मियों को नहीं बुलाया गया है, तो उन्हें बाहर चले जाना चाहिए था।