Hemant Nagle
18 Nov 2025
हिमाचल प्रदेश के शिमला में NHAI के अधिकारी अचल जिंदल के साथ मारपीट की घटना सामने आने के बाद केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इस पर कड़ा रुख अपनाया है। गडकरी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से फोन पर बात कर घटना पर गहरी चिंता जताई और कहा कि, “यह कानून के शासन पर सीधा हमला है। किसी भी सरकारी अधिकारी के साथ ड्यूटी के दौरान हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
इस मामले में हिमाचल प्रदेश के पंचायती राज मंत्री और उनके कुछ साथियों पर अचल जिंदल के साथ अमानवीय व्यवहार करने का आरोप लगा है। यह घटना न सिर्फ एक अधिकारी की सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र की गरिमा को भी ठेस पहुंचाती है।
नितिन गडकरी ने मुख्यमंत्री से तत्काल और कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि, “जिन लोगों ने यह हमला किया है, उन्हें जल्द से जल्द कानून के कटघरे में लाया जाए। यह ज़रूरी है ताकि प्रशासनिक सेवा में काम कर रहे सभी अधिकारियों का मनोबल बना रहे और लोगों का भरोसा तंत्र पर कायम रहे।”
इस घटना के विरोध में NHAI इंजीनियर्स एसोसिएशन ने बड़ा कदम उठाते हुए 1 जुलाई को दोपहर 2 बजे से आधे दिन की छुट्टी लेने की अपील की है।
संगठन ने हिमाचल प्रदेश के सभी हाईवे विभाग के कर्मचारियों से अपील की है कि वे उस दिन पूरे दिन कार्यस्थल से दूर रहें और पीड़ित अधिकारी अचल जिंदल और उनके परिवार को समर्थन दें।
इंजीनियर्स एसोसिएशन ने सभी कर्मचारियों से अपील की है कि वे इस अन्याय और हिंसा के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों। उन्होंने कहा कि हम सभी को मिलकर अपने सहकर्मियों की सुरक्षा और सम्मान की रक्षा करनी है। किसी भी रूप में प्रशासनिक सेवाओं में डर और हिंसा की जगह नहीं होनी चाहिए।”