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Turkey Attack Iraq : इराक के रिसॉर्ट पर तुर्की ने किया हवाई हमला, 9 लोगों की मौत; 23 घायल

मुस्लिम देश तुर्की ने अपने कमजोर पड़ोसी और मुस्लिम बिरादर देश इराक पर हमला बोल दिया है। तुर्की ने इराक के अर्ध-स्वायत्त क्षेत्र कुर्दिस्तान के दुहोक प्रांत के एक रिसॉर्ट में बमबारी को अंजाम दिया है। इस हमले में 9 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 23 लोग घायल बताए जा रहे हैं। वहीं तुर्की ने दावा किया है कि इस हमले में उसका हाथ नहीं है।

मारे गए सभी नागरिक टूरिस्ट थे

जिला महापौर मुशीर मोहम्मद ने बताया कि अर्ध-स्वायत्त कुर्द-संचालित क्षेत्र में जाखो जिले के बाराख के रिसॉर्ट क्षेत्र में लगभग चार मिसाइलों ने हमला किया। मीडिया रिपोर्ट्स का दावा है कि मारे गए सभी नागरिक टूरिस्ट थे।

तुर्की ने हमले से पल्ला झाड़ा

इराकी न्यूज एजेंसी का दावा है कि आर्टिलरी से फायरिंग तुर्की की आर्मी ने की है। इस हमले पर इराक सरकार ने तुर्की से कड़ी नाराजगी जताई है। वहीं तुर्की के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि, ‘तुर्किये आतंकवाद के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय नियमों के तहत अपनी लड़ाई जारी रखेगा। इस लड़ाई में नागरिकों, नागरिक इलाकों और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक क्षेत्रों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।’

तुर्की ने अपने बयान में कहा, ‘तुर्किये इस मामले में सच्चाई सामने लाने के लिए पूरा सहयोग करने को तैयार है। इस मामले में इराक के अधिकारियों को तुर्किये के साथ सहयोग करना चाहिए, जिससे इस हमले के असली गुनहगारों को ढूंढा जा सके।’

कुर्द लोगों को खत्म करने की कोशिश

तुर्की का इराक पर यह कोई पहला हमला नहीं है। तुर्की लगातार उत्तरी इराक में हवाई हमले करता रहा है। इराक के कुर्द लड़ाकों को तुर्की आतंकी मानता है, जिसकी वजह से वो उन पर हमले करता रहता है। वहीं तुर्की की कार्रवाई के विरोध में कुर्द कमांडो भेजकर उसका जवाब देते हैं। तुर्की ने अप्रैल में भी इराक के दुहोक प्रांत में एयर स्ट्राइक और आर्टिलरी जमीनी हमला किया था, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए।

कुर्द लड़ाकों के एक संगठन पीकेके ने 1984 से तुर्की के खिलाफ हथियार उठा रखे हैं। इस संघर्ष में अब तक 40 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

आजादी के लिए लड़ रहे हैं कुर्दिश

यह संगठन तुर्की से आजादी पाने के लिए पिछले करीब 30 साल से राजनीतिक और सशस्त्र जंग छेड़े हुए हैं। इतिहासकारों के मुताबिक, पुराने जमाने में कुर्दों का अपना देश हुआ करता था। लेकिन विश्व युद्ध के दौरान इस देश को सीरिया, इराक और तुर्की ने आपस में बांटकर इसका अस्तित्व खत्म कर दिया गया। अब 3 टुकड़ों में बंट चुके कुर्द मूल के लोग फिर से अपना देश वापस पाने के लिए लगातार आंदोलन में जुटे हैं।

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