Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
Mithilesh Yadav
23 Nov 2025
Mithilesh Yadav
23 Nov 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र का आज को छठवां दिन है। कांग्रेस ने एक के बाद एक गंभीर आरोप सरकार पर लगाए, वहीं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विपक्ष को करारा जवाब देते हुए सरकार की नीतियों और प्रयासों का विस्तार से उल्लेख किया। उन्होंने आदिवासियों, गरीबों और बाढ़ पीड़ितों को लेकर सरकार की प्रतिबद्धताओं को भी दोहराया।
सत्र के दौरान कांग्रेस ने आदिवासियों की जमीनें छीने जाने, कुपोषण, भेदभाव और पट्टों के वितरण में पक्षपात जैसे मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा किया। इन आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, "हमारी सरकार प्रधानमंत्री की भावना के आधार पर सभी वर्गों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। हम दलगत भावना से ऊपर उठकर काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि धरती आबा योजना, सड़क और स्कूल निर्माण जैसे कार्यों से वनवासी समुदाय को मजबूत किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि आदिवासियों को कोई कठिनाई नहीं आने दी जाएगी, खासकर बारिश के दौरान। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि बारिश में किसी भी आदिवासी भाई का मकान या आवास नहीं उजाड़ा जाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने एक भी पट्टा नहीं दिया जबकि भाजपा सरकार ने हजारों आदिवासियों को जमीन के पट्टे दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि वे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने जा रहे हैं। उन्होंने कहा, "मैंने पूरे प्रदेश के लिए आदेश दिया है कि जहां कहीं भी बाढ़ या अतिवृष्टि से नुकसान हुआ है, उसका तत्काल आंकलन किया जाए और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाए।"
सीएम ने बताया कि सरकार ने डीजे बंद करवा कर पारंपरिक वाद्ययंत्रों को प्रोत्साहन दिया है, ताकि जनजातीय और ग्रामीण संस्कृति को संरक्षित किया जा सके।
हाल ही में मालेगांव ब्लास्ट केस में साध्वी प्रज्ञा समेत 7 लोगों के बरी होने पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हिंदू कभी आतंकवादी नहीं हो सकता, यह न्यायालय के फैसले से सिद्ध हो गया है।"
राहुल गांधी के बयानों और रवैये पर सीएम ने कहा, "कांग्रेस के कर्मों से पाकिस्तान और आतंकवादी खुश होते हैं। अपनी हार को वे चुनाव आयोग पर थोपते हैं। न्यायालय की बात नहीं मानते जबकि उन्हें कई बार न्यायालय से फटकार मिली है।"
(रिपोर्ट- वासिफ)