Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
संतोष चौधरी, भोपाल। भोपाल के एक निजी बैंक में पदस्थ एग्जीक्यूटिव कमल सिंह कहते हैं कि मैंने परिवार के साथ 15 से 17 अगस्त तक पचमढ़ी में लॉन्ग वीकेंड मनाने की योजना बनाई थी। मप्र पर्यटन निगम के होटल्स में बुकिंग कराने के लिए फोन लगाया, तो मुझे बताया गया कि उनके किसी भी होटल्स में रूम खाली नहीं है। मांडू और मढ़ई स्थित होटलों में भी मुझे रूम नहीं मिला। वहां न सिर्फ निगम के, बल्कि निजी होटल्स में रूम खाली नहीं मिले। जो खाली हैं, उनका भी टैरिफ 1500 रुपए तक बढ़ा दिए गए हैं। मैंने यह टूर दो सप्ताह आगे टाल दिया। इस तरह की निराशा सिर्फ कमल सिंह को ही नहीं, बल्कि इनकी सबसे ज्यादा डिमांड, लंबी वेटिंग पचमढ़ी, मढ़ई, रातापानी, तवा, मांडू, उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, खजुराहो गांधी सागर, सैलानी, हनुवंतिया, पन्ना, चंदेरी, ओरछा, चित्रकूट सहित अन्य पर्यटन स्थलों पर रूम खाली नहीं हैं ।
प्रदेश में किसी भी डेस्टिनेशन पर मानसून में सैरसपाटा करने वाले पर्यटकों को मिल रही है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और उसके अगले दो दिन शनिवार और रविवार को अवकाश है।
[quote name="- अजीत द्विवेदी, प्रॉपर्टी ब्रोकर, अवधपुरी, भोपाल" quote="मैंने छतरपुर के पास कुटकी में दो दिन के लिए रूम बुक कराने पर्यटन निगम के ऑफिस में फोन लगाया था। वहां से बताया गया कि तीनों दिन एक भी रूम खाली नहीं है। अब मैं वहां आसपास कोई अच्छा सा होम स्टे देख रहा हूं, शायद उसमें जगह मिल जाए ।" st="quote" style="1"]
[quote name="- अंजली सिंह, सीईओ, रातापानी जंगल लॉज, कोलार डैम" quote="रातापानी, मढ़ई और पचमढ़ी में हमारी होटल्स और रिसॉर्ट हैं। इनमें सभी रूम की एडवांस बुकिंग पूरी हो चुकी है। हमारे पास रोजाना कई फोन आ रहे हैं। असल में तीन दिन लगातार छुट्टियां पड़ रही है। ऐसे में लोग राजधानी के आसपास के डेस्टिनेशन को पसंद कर रहे हैं" st="quote" style="1"]
[quote name="-विवेक जूड, जीएम (ऑपरेशन), मप्र राज्य पर्यटन विकास निगम" quote="एमपी टूरिज्म की पचमढ़ी, मढ़ई, तवा, मांडू और उज्जैन के आसपास के पर्यटन स्थलों की सभी होटल्स 15 से 17 अगस्त तक बुक हैं। प्रदेश भर से क्वेरी आ रही हैं। हम उन्हें बुकिंग आगे करने का अनुरोध कर रहे हैं। प्रदेश में हमारी विभिन्न होटलों के 1800 रूम हैं, जो सभी फुल हो चुके हैं।" st="quote" style="1"]