Aakash Waghmare
12 Nov 2025
सिवनी। मध्य प्रदेश की लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को अब हर महीने 1500 रुपए मिलेंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को सिवनी से आयोजित राज्यस्तरीय कार्यक्रम में 1.26 करोड़ से अधिक महिलाओं के खातों में 1587 करोड़ रुपए की राशि सिंगल क्लिक के जरिए ट्रांसफर की।
अब तक हितग्राहियों को 1250 रुपए प्रति माह की सहायता दी जा रही थी, लेकिन कैबिनेट की मंजूरी के बाद 250 रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इस तरह नवंबर माह से महिलाओं को 1500 रुपए प्रति माह की राशि मिलेगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा, मेरी बहनों, अब से हर महीने आपके खाते में 1500 रुपए आएंगे। हमने जो वादा किया था, उसे आज पूरा किया गया है। सीएम ने कहा कि यह राशि केवल आर्थिक मदद नहीं बल्कि महिलाओं के आत्मनिर्भर बनने की दिशा में कदम है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता से जोड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
सिवनी में आयोजित कार्यक्रम के दौरान माहौल तब हल्का हो गया जब सीएम ने एक महिला के पति से मज़ाकिया लहजे में कहा- “जीजाजी आ गए हैं... आप हमारी बहन को डरा तो नहीं देते?” उन्होंने आगे कहा कि कांग्रेस नेता कहते हैं कि बहनों के पति दारू में पैसा उड़ा देते हैं, लेकिन मैंने जब पूछा तो सभी बहनों ने कहा कि ऐसा नहीं है। इस संवाद पर उपस्थित महिलाओं ने तालियां बजाकर खुशी जताई।
कार्यक्रम के दौरान एक महिला से बातचीत करते हुए सीएम ने मज़ाकिया अंदाज़ में पूछा, जो आप बोल रही हैं, वो किसी ने सिखाया तो नहीं? अगर कलेक्टर ने सिखाया होगा तो सस्पेंड कर देंगे। महिला ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, नहीं, मैं अपने मन से बोल रही हूं। इस पर पूरा पंडाल ठहाकों से गूंज उठा।
योजना के तहत यह प्रावधान पहले से ही है कि 60 साल की उम्र पूरी होने पर हितग्राही अपात्र हो जाएंगी। सामाजिक न्याय विभाग द्वारा समग्र आईडी का सत्यापन कार्य जारी है। हालांकि, इस प्रक्रिया के चलते कुछ हितग्राहियों की राशि रुकी है, लेकिन विभागीय अधिकारियों ने कहा कि “किसी भी पात्र महिला का पैसा नहीं अटकेगा।”
कार्यक्रम से पहले चर्चा थी कि मुख्यमंत्री योजना का नाम बदलकर ‘देवी सुभद्रा योजना’ कर सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सीएम ने स्पष्ट किया कि योजना ‘लाड़ली बहना’ के नाम से ही जारी रहेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग की आयुक्त निधि निवेदिता ने भी कहा कि योजना का नाम बदलने का कोई निर्णय नहीं हुआ है।
लाड़ली बहना योजना अब सिर्फ आर्थिक सहायता तक सीमित नहीं रहेगी। सरकार महिलाओं को स्वरोजगार और लघु उद्योगों से जोड़ने की योजना पर काम कर रही है। गांव और शहर दोनों स्तरों पर महिलाओं को विभिन्न विभागीय योजनाओं से जोड़ा जाएगा, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें।
सरकार अब तक 29 किस्तों में कुल ₹44,900 करोड़ से अधिक राशि ट्रांसफर कर चुकी है। यह योजना पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में जून 2023 में शुरू हुई थी। नई सरकार ने इस योजना को जारी रखते हुए राशि में बढ़ोतरी की है, ताकि महिलाओं को और अधिक आर्थिक मजबूती मिल सके।
कार्यक्रम के समापन पर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा- लाड़ली बहना योजना सिर्फ एक योजना नहीं, यह मध्यप्रदेश की नारी शक्ति के सम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। हमारी सरकार हर बहन के चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए समर्पित है।