Naresh Bhagoria
12 Nov 2025
भोपाल। प्रदेश की 1.26 करोड़ लाड़ली बहनों को बुधवार को 1500 रुपए मिलेंगे। इससे पहले तक इन्हें 1250 रुपए दिए जाते थे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव बुधवार को सिवनी में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में पहली बार बढ़ी हुई राशि इन बहनों के बैंक खातों में ट्रांसफर करेंगे। अधिकारिक जानकारी के अनुसार, जून 2023 से अक्टूबर 2025 तक इस योजना के तहत महिलाओं को 29 किस्तों में नियमित आर्थिक सहायता दी गई है। इसके साथ ही रक्षा बंधन पर अगस्त 2023, अगस्त 2024 और अगस्त 2025 में 250-250 रुपए की विशेष सहायता भी दी गई।
योजना का लाभ प्रदेश के सभी 52 जिलों में पहुंच चुका है। सबसे अधिक लाभार्थी इंदौर जिले में 4,40,723 हैं। इसके बाद सागर, रीवा, छिंदवाड़ा, धार और जबलपुर शीर्ष जिलों में शामिल हैं। सागर जिले में 4,19,903, रीवा जिले में 4,03,182, छिंदवाड़ा जिले में 3,90,311, धार जिले में 3,82,417 और जबलपुर जिले में 3,81,848 हितग्राही हैं। इसके अलावा भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन, बालाघाट, खरगोन, राजगढ़, देवास, विदिशा और भिंड जिलों में भी दो से तीन लाख के बीच लाभार्थी पंजीकृत हैं। प्रदेश में 1 करोड़ 26 लाख लाड़ली बहना हैं। उनको मार्च 2023 से 44 हजार करोड़ रुपए दिया जा चुका है। इस वर्ष में 20 हजार 450 करोड़ का खर्च आएगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना ने प्रदेश की महिलाओं के जीवन में आर्थिक आत्मनिर्भरता और सामाजिक सम्मान की भावना को सशक्त किया है। महिलाओं ने इस राशि का उपयोग अपनी दैनिक आवश्यकताओं, बच्चों की शिक्षा, और छोटे व्यापार के लिए पूंजी के रूप में किया है। लाड़ली बहना योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बना रही है बल्कि परिवारिक निर्णयों में भी उनकी भूमिका को भी सुदृढ़ कर रही है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का व्यापक प्रभाव अब प्रदेश के हर कोने में देखा जा सकता है। गांवों से लेकर शहरों तक महिलाएं आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में अपनी सशक्त भूमिका निभा रही हैं।