इंदौर के MYH में दूसरे नवजात की भी मौत, NICU में चूहे ने कुतरा था, दो दिन में दो बच्चों की गई जान, जांच के लिए बनी हाईलेवल कमेटी

अस्पताल प्रशासन का दावा- मौत इंफेक्शन से हुई
अस्पताल प्रबंधन ने चूहों के काटने से नवजात की मौत होने से इनकार किया है। डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की मौत गंभीर संक्रमण (इंफेक्शन) के कारण हुई। वहीं, नर्सिंग स्टाफ पर की गई कार्रवाई से नर्सिंग ऑफिसर्स में नाराजगी है। उनका कहना है कि लापरवाही वरिष्ठ जिम्मेदारों की थी, लेकिन कार्रवाई निचले स्तर पर की जा रही है।
नर्सिंग ऑफिसर निलंबित, सुपरिटेंडेंट हटाए गए
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. अरविंद घनघोरिया ने घटना के बाद दो नर्सिंग ऑफिसर को तत्काल सस्पेंड कर दिया। नर्सिंग सुपरिटेंडेंट को भी हटा दिया गया है। इसके अलावा आईसीयू प्रभारी समेत कई जिम्मेदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। पीडियाट्रिक सर्जरी विभागाध्यक्ष को भी स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। पेस्ट कंट्रोल कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है और मामले की जांच के लिए पाँच सदस्यीय उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है, जो सात दिन में रिपोर्ट सौंपेगी।
स्वास्थ्य आयुक्त ने डीन को नोटिस थमाया
चिकित्सा स्वास्थ्य आयुक्त ने एमजीएम मेडिकल कॉलेज डीन डॉ. घनघोरिया को नोटिस जारी किया है। इसमें कहा गया है कि अस्पताल के एनआईसीयू में भर्ती नवजातों को चूहों द्वारा कुतरने की घटना गंभीर लापरवाही और गैर-जिम्मेदारी का मामला है। इस पर तत्काल स्पष्टीकरण मांगा गया है।
नर्सिंग स्टाफ में आक्रोश
निलंबन और नोटिस की कार्रवाई के बाद नर्सिंग स्टाफ में आक्रोश है। उनका कहना है कि घटना के लिए वे सीधे जिम्मेदार नहीं थे। वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में कमी रही, लेकिन कार्रवाई उनके खिलाफ कर दी गई।