प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का सोमवार को निधन हो गया था। उनका शव प्रयागराज के बाघंबरी मठ में मिला था। घटना का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बताया गया है कि गिरि का शव पंखे पर फंदे से लटकता मिला है। पुलिस मामले में जांच कर रही है। पुलिस ने महंत को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उनके शिष्य योगगुरु आनंद गिरि, लेटे हुए हनुमान मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, अब महंत के अंतिम संस्कार की भी तैयारियां की जा रही हैं। उनके पार्थिव शरीर को मंगलवार यानी आज बाघंबरी गद्दी मठ में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है। सीएम योगी और अखिलेश यादव सहित कई लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
महंत नरेंद्र गिरि का विवादों से नाता
महंत नरेंद्र गिरि करीब डेढ़ दशक से भी ज्यादा समय से लगातार विवादों में घिरे हुए हैं। बागमबरी की गद्दी संभालने के बाद उनके विवादों का सिलसिला साल 2004 से शुरू हुआ और यह सिलसिला उनके आखिरी समय तक चला। कभी पुलिस, कभी राजनेता तो कभी संतों से तकरार के चलते वह विवादों में रहे। वहीं उनके सबसे अहम शिष्य आनंद गिरी इस समय विवादों में हैं क्योंकि उनके सुसाइड नोट में महंत नरेंद्र गिरि ने उनका नाम लिखा है। इस खबर में हम आपको बताने जा रहे हैं महंत नरेंद्र गिरी से जुड़े विवादों के बारे में…
विवाद 1- महंत नरेंद्र गिरि उस समय सुर्खियों में आ गए थे जब उन्होंने अपने सबसे खास शिष्य आनंद गिरी से दूरी बना ली थी। दरअसल हरिद्वार कुंभ से इन दोनों के बीच दूरियां बढ़ गईं। खबरों के मुताबिक नरेंद्र गिरि ने स्वामी आनंद गिरि पर परिवार से संबंध रखने और मठ-मंदिर के धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए उन्हें बाघंबरी गद्दी मठ और बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश करने से रोक दिया था। वहीं कई दिनों तक दोनों पक्षों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप होते रहे। उसके बाद 26 मई को लखनऊ में आनंद गिरी ने गुरु के पैर पकड़कर माफी मांगी। हालांकि अब मौत के बाद महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरी का नाम लिखा है।
विवाद 2- पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव महंत आशीष गिरी की 17 नवंबर 2019 को संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत पर भी सवाल उठाए गए थे। उस दौरान कई लोगों ने महंत नरेंद्र गिरि पर सवाल खड़े किए थे, हालांकि बाद में पुलिस जांच में कुछ नहीं निकला।
विवाद 3- नरेंद्र गिरि का विवाद 2012 में हंडिया से सपा नेता और विधायक महेश नारायण सिंह से जमीन खरीदने को लेकर भी था। दरअसल, फरवरी 2012 में महंत ने जॉर्ज टाउन में सपा नेता महेश नारायण सिंह, शैलेंद्र सिंह, हरिनारायण सिंह और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। उस समय दूसरे पक्ष ने भी नरेंद्र गिरि, आनंद गिरी और दो अन्य के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
विवाद 4- अपने गुरु महंत नरेंद्र गिरि से विवाद के बाद योग गुरु स्वामी आनंद गिरि ने मई में दो वीडियो जारी कर मंदिर के पैसे के दुरुपयोग का आरोप लगाया था। उस वक्त एक वीडियो में लड़कियां डांस कर रही थीं और बड़े हनुमान मंदिर और मठ से जुड़े लोग उनके साथ डांस कर रहे थे। उन वीडियो में बार-बालाओं पर भी नोटों की बरसात हो रही थी। दूसरे वीडियो में मंत्रोच्चार के बीच नोटों की बारिश हो रही थी। उस दौरान उन वीडियो में महंत नरेंद्र गिरी दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दे रहे थे।
विवाद 5- नोएडा में दिल्ली-एनसीआर के सबसे बड़े डिस्को के साथ बीयर बार के संचालक सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद गिरि को 31 जुलाई 2015 को महामंडलेश्वर बनाने के विवाद में नरेंद्र गिरि का नाम भी आया। उस समय तत्कालीन कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव और पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह की मौजूदगी में नरेंद्र गिरि ने सचिन का पट्टाभिषेक कर निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर बनाया था।