Aakash Waghmare
23 Oct 2025
नई दिल्ली। केंद्रीय चुनाव आयोग ने देश के अलग-अलग राज्यों के चुनाव अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक कर देश में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की तैयारियों पर चर्चा की। इसका मकसद वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने करना है जिसके लिए स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की तैयारी शुरू कर दी है। बिहार के बाद 5 विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है। इनमें असम, केरल, पुडुचेरी, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल शामिल है।
दरअसल चुनाव आयोग की तमाम राज्यों के चुनाव अधिकारियों के साथ हुई बैठक में कई बिंदुओं पर चर्चा की। एसआईआर को अंतिम रूप देने के लिए शुरू हुई दो दिनों की बैठक गुरुवार को समाप्त हुई। इसमें चुनाव आयोग के अधिकारियों में एक मजबूत राय यह है कि एसआईआर को फेज में आयोजित किया जाना चाहिए, जिसकी शुरुआत उन राज्यों से की जानी चाहिए जहां अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
साथ ही बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि क्या मतदाता सूची का पुनरीक्षण देश भर में एक साथ किया जाए या मौसम, कृषि कार्य, परीक्षाओं और अन्य स्थानीय परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए दो चरणों में पूरा किया जाए।
चुनाव आयोग के एक अधिकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख पर बाद में विचार किए जाने की संभावना है। इसका कारण इन राज्यों में बमुश्किल 20%-25% मतदाताओं को ही संविधान के अनुच्छेद 326 के अनुसार अपनी पात्रता साबित करने के लिए दस्तावेज जमा करने होंगे। जबकि तत्काल प्राथमिकता अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों वाले पांच राज्यों को दी जाएगी।