
नई दिल्ली। अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग ने अनुमान लगाया है कि भारत और दक्षिण एशियाई क्षेत्र की विमानन कंपनियां अगले 20 सालों में अपने बेड़े में 2,835 नए वाणिज्यिक विमानों को शामिल करेंगी। यह जानकारी बोइंग द्वारा गुरुवार को वाणिज्यिक बाजार संभावना (सीएमओ) रिपोर्ट में जारी की गई।
तेजी से बढ़ता घरेलू बाजार
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था और तेजी से विकसित हो रहे घरेलू हवाई यात्रा बाजार की वजह से क्षेत्र का वार्षिक यातायात 7 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ सकता है। भारत का घरेलू हवाई यातायात बाजार सबसे बड़ा और सबसे तेजी से विकसित होने वाला खंड बना रहेगा।
सीएमओ के अनुसार, भारत और दक्षिण एशिया में वाणिज्यिक हवाई जहाजों का बेड़ा अगले 20 वर्षों में लगभग चार गुना बढ़ जाएगा। यह वृद्धि सतत आर्थिक प्रगति, बेहतर हवाई संपर्क और सहायक नीतियों के चलते संभव होगी।
2043 तक सालाना 7% से अधिक वृद्धि
बोइंग की रिपोर्ट के मुताबिक, 2043 तक क्षेत्र में हवाई यातायात सालाना 7 प्रतिशत की दर से बढ़ने की उम्मीद है। भारत और दक्षिण एशिया की एयरलाइनों को इस बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए आधुनिक और ईंधन-कुशल विमानों की आवश्यकता होगी।
बोइंग के वाणिज्यिक विपणन के प्रबंध निदेशक अश्विन नायडू ने कहा, “भारत और दक्षिण एशिया, मजबूत आर्थिक और व्यापारिक वृद्धि, बढ़ती घरेलू आय और बुनियादी ढांचे के कारण, दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ने वाला वाणिज्यिक विमानन बाजार बना हुआ है।” रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि विमानन क्षेत्र को सतत विकास के लिए नई तकनीकों, ईंधन-कुशल विमानों और बेहतर बुनियादी ढांचे की जरूरत होगी।
One Comment