धार। मध्य प्रदेश के धार जिले में अंधविश्वास के चलते शव को कीचड़ में लपेटने का मामला सामने आया है। लोगों को उम्मीद थी कि कीचड़ में लपेटने से युवक जिंदा हो जाएगा। वे इसके लिए घंटों इंतजार करते रहे। युवक की करंट लगने से मौत हो गई थी। जबकि दूसरा साथी झुलस गया था। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और परिजन को समझाया। कहा- ये अंधविश्वास है। इस तरह सांसें नहीं लौटती हैं। मामला सागौर के मोतीनगर का है।
पुलिस के मुताबिक, यहां भागीरथ शंकरलाल का मकान बनाया जा रहा है। उसके ऊपर से 11 हजार केवी की बिजली लाइन गुजर रही है। बुधवार शाम करीब 4 बजे जाकुखेड़ी में रहने वाले मजदूर सलमान (30 साल) पुत्र जब्बार और इरफान (30 साल) उर्फ गट्टा पुत्र साबिर घर की छत पर टेप से बिजली की लाइन की दूरी नाप रहे थे। इसी दौरान करंट की चपेट में आने से सलमान की मौत हो गई और इरफान गंभीर रूप से झुलस गया।
पुलिस ने समझाया, तब माने गांव वाले
मौके पर भीड़ जुट गई। किसी ने सलमान के शरीर पर कीचड़ लपेटने के लिए कह दिया। उसका कहना था कि ऐसा करने से सांसें लौट सकती हैं। इसके बाद कुछ लोगों ने खेत से कीचड़ लाकर सलमान के शरीर पर लपेट दिया। करीब एक घंटे तक इंतजार किया, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इसी बीच, सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों को समझाया कि सलमान की मौत हो चुकी है।
बिजली विभाग ने लाइन के नीचे मकान बनाने वालों को नोटिस दिया
टीआई राजेंद्र सिंह भदौरिया ने बताया कि गांववालों को समझाने के बाद सलमान के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। जबकि गंभीर रूप से झुलसे इरफान को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सलमान के दो बच्चे हैं। इस संबंध में बिजली कंपनी के जूनियर इंजीनियर इम्तियाज खान ने बताया कि कुछ लोग 11 केवी लाइन के नीचे मकान बना रहे हैं, इन्हें नोटिस दिया गया है।