Naresh Bhagoria
11 Nov 2025
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11 Nov 2025
Aditi Rawat
11 Nov 2025
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11 Nov 2025
जबलपुर। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मंगलवार को शहीद राजा शंकर शाह और कुंवर रघुनाथ शाह के 168वें बलिदान दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। नेताजी सुभाष चंद्र बोस कन्वेंशन सेंटर, जबलपुर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा- 'जन्म एक बार होता है और मौत भी एक बार, लेकिन जब मौत जन्म को सार्थक कर जाती है, वही बलिदान कहलाता है और वही अमर हो जाता है।'
मुख्यमंत्री ने आदिवासी समाज के शौर्य और त्याग को नमन करते हुए कहा कि हमें इस गौरव पर गर्व है। उन्होंने कहा कि लोग पहले भी समाज में फूट डालते थे और आज भी ऐसा करने की कोशिश करते हैं, लेकिन आदिवासी समाज ने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उल्लेख करते हुए कहा कि कल पीएम मोदी का जन्मदिन था। वे चाहें तो दिल्ली या मुंबई में मना सकते थे, लेकिन उन्होंने आदिवासी भाई-बहनों के बीच धार में जन्मदिन मनाया। यह हमारी पार्टी और आदिवासी समाज के बीच प्रेम का प्रतीक है।
सीएम ने अंग्रेजों की कायरता को उजागर करते हुए कहा कि उन्होंने शंकर शाह और रघुनाथ शाह के सामने तीन शर्तें रखीं- धर्म परिवर्तन कर लो, अंग्रेजी सत्ता स्वीकार कर लो एवं विरोध करने का चरित्र बदल लो।
लेकिन पिता-पुत्र ने सभी शर्तें ठुकरा दीं। इसके बाद अंग्रेजों ने बिना मुकदमा चलाए ही दोनों को तोप से उड़ाने का अमानवीय निर्णय लिया।
कार्यक्रम से पहले सीएम डॉ. मोहन यादव ने दोनों शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया और रानी दुर्गावती चिकित्सालय, जबलपुर में स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सेवा पखवाड़े के अंतर्गत हमने अस्पताल में सफाई की है। प्रदेश के सभी अस्पताल स्वच्छ हों, यह हमारी मंशा है। सभी मंत्री, विधायक और सांसद स्वच्छता अभियान को आगे बढ़ाएंगे।
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि दुनिया के इतिहास में ऐसा उदाहरण नहीं मिलता कि कविता लिखने पर किसी को तोप से उड़ाया गया हो। शंकर शाह और रघुनाथ शाह ने देश को आजादी दिलाने की नींव रखी और मूल्यों के लिए प्राण न्यौछावर किए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के 'गुमनाम शहीदों को पहचान देने वाले अभियान' से ऐसे-ऐसे उदाहरण सामने आ रहे हैं, जिनके आगे सर झुकाना ही एकमात्र विकल्प है।
भाषण के अंत में मंत्री पटेल ने कहा कि कुछ लोग वोटों की राजनीति करते हैं, लेकिन शहीदों के लिए भाजपा सरकार ने जो किया, उसका कोई दूसरा उदाहरण नहीं है। उन्होंने कहा कि परिवारवाद के लिए लोग काम कर सकते हैं, लेकिन शहीदों के सम्मान के लिए भाजपा सरकार जितना समर्पण दिखा रही है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ।