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Char Dham Yatra 2022: चारधाम यात्रा के लिए डेली लिमिट तय, हर रोज इतने श्रद्धालु ही कर पाएंगे दर्शन

उत्तराखंड सरकार ने तीन मई से शुरू होने वाली चार धाम यात्रा से पहले तीर्थयात्रियों की संख्या सीमित कर दी है। यह व्यवस्था 45 दिनों के लिए की गई है। इसके अलावा यात्रियों को इस बार यात्रा के लिए निगेटिव कोरोना टेस्ट रिपोर्ट ले जाना जरूरी नहीं है। कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद चारधाम यात्रा पूर्ण रूप से संचालित हो रही है।

बद्रीनाथ धाम

एक दिन में कितने श्रद्धालुओं को अनुमति?

उत्तराखंड सरकार तय की गई डेली लिमिट के मुताबिक, बद्रीनाथ में हर दिन 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में 7 हजार और यमुनोत्री में 4 हजार तीर्थयात्री ही दर्शन करने जा पाएंगे। हालांकि, उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग के पोर्टल पर सभी यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करवाना ही होगा। तीन से 31 मई तक चारधाम यात्रा के लिए 2.29 लाख से अधिक यात्री पंजीकरण करा चुके हैं।

केदारनाथ धाम

आप उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के लिए पर्यटन विभाग द्वारा संचालित पोर्टल (https://uttarakhandtourism.gov.in) पर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।

गंगोत्री धाम

कब खुलेंगे कपाट ?

आगामी तीन मई को अक्षय तृतीया के दिन गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ चारधाम यात्रा शुरू होगी। जबकि केदारनाथ के कपाट 6 मई और बदरीनाथ के 8 मई को कपाट खुलेंगे। वहीं हेमकुंड साहिब के 22 मई को कपाट खुलेंगे।

यमुनोत्री धाम

श्रद्धालुओं को मिलेगी मसाज की सुविधा

चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु इस बार फुट मसाज थैरेपी से थकान दूर कर सकेंगे। पर्यटन विभाग की ओर से स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए उत्तरकाशी व रुद्रप्रयाग जिले में फुट मसाज थैरेपी का प्रशिक्षण दिया गया है। जो केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को फुट मसाज की सुविधा देंगे। अभी तक केदारनाथ व यमुनोत्री धाम में श्रद्धालुओं को फुट मसाज की सुविधा उपलब्ध नहीं थी।

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