Naresh Bhagoria
23 Nov 2025
Naresh Bhagoria
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23 Nov 2025
Mithilesh Yadav
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Mithilesh Yadav
23 Nov 2025
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल इन दिनों अनियंत्रित ई-रिक्शा के कारण ट्रैफिक अव्यवस्था से जूझ रही है। शहर के हर कोने में हरे, नीले, लाल और सफेद रंग के ई-रिक्शा नजर आते हैं, जो सड़कों पर बेधड़क दौड़ रहे हैं। इनकी संख्या में लगातार हो रही बढ़ोतरी से न केवल यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई है, बल्कि पैदल चलने वाले और वाहन चालक भी रोजाना परेशान हो रहे हैं।
इस गंभीर होती समस्या को देखते हुए शुक्रवार को भोपाल पुलिस कंट्रोल रूम में एक उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में भोपाल के सांसद आलोक शर्मा, पुलिस कमिश्नर समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य शहर की बिगड़ती ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर समाधान निकालना और ई-रिक्शा संचालन को लेकर एक ठोस नीति पर चर्चा करना था।
बैठक के बाद सांसद आलोक शर्मा ने मीडिया से बातचीत में साफ शब्दों में कहा कि भोपाल की ट्रैफिक व्यवस्था ई-रिक्शा के मकड़जाल में उलझ चुकी है। नाबालिग किशोर खुलेआम ई-रिक्शा चला रहे हैं, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा लगातार बढ़ रहा है। इतना ही नहीं, कुछ स्कूलों में परिवहन सेवा के तौर पर भी ई-रिक्शा का उपयोग हो रहा है, जो पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध है।
सांसद ने कहा कि अब इस स्थिति को और अधिक बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ई-रिक्शा संचालन को नियंत्रण में लाने के लिए एक नीति तैयार कर ली गई है। यह नीति जल्द ही प्रदेश सरकार द्वारा लागू की जाएगी। इसके तहत न सिर्फ चालकों की आयु और प्रशिक्षण की शर्तें तय की जाएंगी, बल्कि स्कूल परिवहन सेवाओं में इनका उपयोग भी नियंत्रित किया जाएगा।
सांसद आलोक शर्मा ने ट्रैफिक जाम की एक और बड़ी वजह बताते हुए कहा कि भोपाल में कुल 43 ऐसे लेफ्ट टर्न हैं, जो ट्रैफिक के लिए बाधा बन चुके हैं। इन स्थानों पर अक्सर जाम की स्थिति बनती है, जिससे आम जनता को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस समस्या के समाधान के लिए केंद्र सरकार से 3 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत हुआ है।
इस बजट का उपयोग उन सभी स्थानों पर ट्रैफिक सुधार कार्यों के लिए किया जाएगा, जहां निर्माणात्मक बदलावों की जरूरत है। इसमें लेफ्ट टर्न को चौड़ा करना, बैरिकेड्स हटाना, सिग्नल सुधारना और समुचित डायवर्जन व्यवस्था जैसी योजनाएं शामिल होंगी। आलोक शर्मा ने भरोसा जताया कि इन प्रयासों से शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को जल्द ही नया स्वरूप मिलेगा।
‘भोपाल की ट्रैफिक व्यवस्था दम तोड़ रही है, नाबालिग ई-रिक्शा चला रहे हैं। अब इनके लिए नीति बनकर तैयार है, जिसे जल्द लागू किया जाएगा। साथ ही 43 लेफ्ट टर्न को सुधारने के लिए 3 करोड़ का बजट मिला है। जल्द भोपाल की ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर किया जाएगा।’
— आलोक शर्मा, सांसद, भोपाल