
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन के मंच से पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए सीधा संदेश दिया। देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए आतंकियों और उनके मददगारों को चेतावनी दी कि भारत अब गोली का जवाब गोले से देगा। इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण, टेक्नोलॉजी में महिलाओं की भागीदारी, जनकल्याण योजनाओं और विकास परियोजनाओं का भी विस्तार से जिक्र किया।
ऑपरेशन सिंदूर बना भारत के शौर्य का प्रतीक
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आतंकियों और उनके आकाओं ने जब भारत की नारी शक्ति को चुनौती दी, तो यह चुनौती उनके लिए काल बन गई। उन्होंने बताया कि भारतीय सेना ने सैकड़ों किलोमीटर दूर जाकर दुश्मन के घर में घुसकर उनके आतंकी ठिकानों को तबाह किया है। यह ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा और सफल ऑपरेशन बन गया है। उन्होंने दोहराया कि अब भारत आतंकवाद को सिर्फ सहन नहीं करेगा, बल्कि मुंहतोड़ जवाब देगा।
उन्होंने पहलगाम की घटना को याद करते हुए कहा कि आतंकियों ने सिर्फ निर्दोष भारतीयों का खून नहीं बहाया, बल्कि हमारी संस्कृति पर भी प्रहार किया। उन्होंने समाज को बांटने और नारी शक्ति को कमजोर करने की कोशिश की, लेकिन भारत की शक्ति ने उन्हें मुंहतोड़ जवाब दिया है।
पीएम ने कहा, “आज 140 करोड़ भारतीय डंके की चोट पर कह रहे हैं, अगर तुम गोली चलाओगे तो मान के चलो कि जवाब गोले से दिया जाएगा।”
महिलाओं के सम्मान को मिली नई दिशा
महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के पहले और वर्तमान हालात की तुलना करते हुए बताया कि एक समय था जब देश में 30 करोड़ महिलाएं ऐसी थीं जिनके बैंक खाते तक नहीं थे। उनकी सरकार ने जनधन योजना के तहत इन महिलाओं के बैंक खाते खुलवाए और सरकारी योजनाओं की राशि सीधे उनके खातों में भेजी जा रही है।
उन्होंने बताया कि मुद्रा योजना के जरिए बिना गारंटी के छोटे कर्ज दिए जा रहे हैं, जिनका सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को हुआ है। इस योजना के 75 प्रतिशत से अधिक लाभार्थी महिलाएं हैं। देशभर में 10 करोड़ से अधिक महिलाएं आज स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी हैं और आत्मनिर्भर बन रही हैं।
पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन का जिक्र करते हुए कहा कि आज सरकार हर घर तक नल से जल पहुंचा रही है, जिससे माताओं-बहनों को पानी लाने की कठिनाई से मुक्ति मिली है। इससे बेटियों को पढ़ाई में भी ध्यान देने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि पहले करोड़ों लोगों के पास बिजली, एलपीजी गैस और शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं नहीं थीं, जो अब हमारी सरकार ने उपलब्ध कराई हैं। ये केवल सुविधाएं नहीं, बल्कि माताओं-बहनों के सम्मान का प्रतीक हैं।
नमो ड्रोन दीदी अभियान से गांव की बेटियों को मिली नई पहचान
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि एक समय था जब नई तकनीकों से महिलाओं को दूर रखा जाता था, लेकिन आज देश उस सोच को पीछे छोड़ चुका है। उन्होंने कहा कि सरकार का उद्देश्य अब यह है कि महिलाएं आधुनिक तकनीक में भी नेतृत्व करें।
उन्होंने नमो ड्रोन दीदी अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि गांवों की बहनें अब ड्रोन तकनीक से खेती में क्रांति ला रही हैं। इससे न केवल उनकी कमाई बढ़ रही है, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी मिल रही है। उन्होंने बताया कि आज देश की बेटियां बड़ी संख्या में वैज्ञानिक, डॉक्टर, इंजीनियर और पायलट बन रही हैं। साइंस और मैथ्स जैसे विषयों में लड़कियों की भागीदारी निरंतर बढ़ रही है।
पीएम ने बताया कि चंद्रयान-3 जैसे बड़े स्पेस मिशन में 100 से अधिक महिला वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने योगदान दिया। आज भारत में लगभग 45% स्टार्टअप की निदेशक महिलाएं हैं, जो स्टार्टअप क्षेत्र में अद्भुत कार्य कर रही हैं।
आयुष्मान भारत योजना से माताओं-बहनों की चिंता खत्म
पीएम मोदी ने यह भी कहा कि एक समय था जब महिलाएं अपनी बीमारियां छिपाने पर मजबूर होती थीं। गर्भावस्था के दौरान अस्पताल जाने से कतराती थीं, क्योंकि उन्हें लगता था कि इससे परिवार पर बोझ बढ़ेगा। आयुष्मान भारत योजना ने उनकी इस चिंता को समाप्त कर दिया है। अब महिलाएं भी साल में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करा सकती हैं।
मध्यप्रदेश में विकास की रफ्तार तेज
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने मध्यप्रदेश के विकास कार्यों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने इंदौर मेट्रो और सतना-दतिया एयरपोर्ट परियोजनाओं की शुरुआत की घोषणा की। उन्होंने कहा कि ये प्रोजेक्ट्स राज्य में सुविधाएं बढ़ाएंगे, विकास को गति देंगे और रोजगार के नए अवसर उपलब्ध कराएंगे।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लोकमाता देवी अहिल्याबाई होल्कर के बताए मार्ग पर चलकर कार्य कर रही है। नागरिक देवो भवः के मंत्र को अपनाते हुए गवर्नेंस को जनता केंद्रित बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
देवी अहिल्याबाई को दी श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका नाम सुनते ही श्रद्धा का भाव उमड़ पड़ता है। उनके महान व्यक्तित्व को शब्दों में पिरोना कठिन है। उन्होंने कहा कि लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर ने अपने कार्यों से भारतीय नारी शक्ति को युगों तक प्रेरणा दी है और आज भारत उन्हीं मूल्यों पर चलते हुए सशक्त और आत्मनिर्भर बन रहा है।