Aakash Waghmare
7 Nov 2025
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार में विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने आज नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकार भी शामिल हुई जो पहली लाइन में बैठी थी। इससे पहले शुक्रवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में महिला पत्रकारों को नहीं बुलाया गया था, जिससे विवाद गर्मा गया था।
विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तीकी अपनी एक हफ्ते की यात्रा पर भारत आए हैं। जहां मुत्ताकी ने विदेश मंत्री एस.जयशंकर से मुलाकात की थी। वहीं उन्होंने पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस 10 अक्टूबर को बुलाई थी। जिसमें सिर्फ पुरुष पत्रकार ही शामिल थे जबकि महिला पत्रकारों को इसमें नहीं बुलाया गया था। अमीर खान के इस फैसले से बड़ा विवाद खड़ा हो गया था। दूसरी ओर केंद्र सरकार को इस विवाद में कुछ न बोलने पर तंज कसा जा रहा है। महिला पत्रकारों से लेकर विपक्षी नेताओं सहित महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी उनके इस फैसले को गलत बताया था।
वहीं इस फैसले पर जब विदेश मंत्री मुत्ताकी से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि ऐसा जानबूझकर नहीं हुआ है। तकनीकि कारणों के चलते ऐसी स्थिति बनी है। आगे उन्होंने बताया कि समय कम था जिस वजह से पत्रकारों की छोटी सूची तैयार की गई थी। जिससे हमारे सहयोगियों ने लिस्ट के हिसाब से चुनिंदा पत्रकारों को ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन्वाइट किया था।
1. रविवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्री ने कई बातों का जिक्र किया। इसमें उन्होंने बताया कि उनके देश में 1 करोड़ विद्यार्थी स्कूल और अन्य शेक्षणिक संस्थान में पढ़ रहे हैं। जिनमें 28 महिलाएं और बच्चे शामिल है। धार्मिक मदरसों में भी यह शिक्षा ग्रेजुएशन तक है।
2. मुत्ताकी ने भारतीय विदेश मंत्री एस.जयशंकर से मुलाकात की। इनमें अर्थव्यवस्था, व्यापार सहित कई मुद्दों पर बातचीत की। मीटिंग के दौरान भारतीय विदेश मंत्री ने ऐलान किया कि एम्बेसी को में अपने मिशन में अपग्रेड करेगा और काबुल के डिप्लोमैट्स जल्द ही नई दिल्ली आएंगे।
3. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने काबुल और दिल्ली के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाने की भी घोषणा की।
4. मुत्ताकी ने साल 2021 में अफगानिस्तान में मारे गए भारतीय पत्रकार दानिश सिद्दीकी की मौत भी दुख जताया है। उन्होंने बताया कि अफगानिस्तान में हालात फिलहाल सामान्य है और पिछले 4 साल में कोई पत्रकार घायल नहीं हुआ है।
5. उन्होंने पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर उर्दू में बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ कोई दिक्कत नहीं है। लेकिन कुछ लोग हमारी परेशानी पैदा करते हैं। इस पर उनका कहना है कि हमसे बात करें हम शांति चाहते है अन्यथा हमारे पास और भी रास्ते हैं।