प्रदेश में EOW की टीम लगातार एक्शन मोड में दिख रही है। ताजा मामला इंदौर से सामने आया है जहां नगर निगम का क्लर्क राजकुमार सालवी ही करोड़पति निकला। गुरुवार को EOW की टीम ने आय से अधिक संपत्ति मिलने पर छापा मारा था। सालवी के घर एयरपोर्ट रोड स्थित अंबिकापुरी पर EOW की टीम ने छापामार कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान क्लर्क के घर से तीन प्लॉट और सीता कॉलोनी में एक फ्लैट के दस्तावेज मिले, साथ ही कार, 3 बाइक और बैंक खातों की जानकारी मिली।
EOW के छापे में ये हुआ खुलासा
निगम के लेखा विभाग का क्लर्क राजकुमार सालवी कभी अस्थायी हुआ करता था। उसने 1997 में ड्यूटी ज्वाइन की और फिर 19 साल बाद 2016 में परमानेंट होने के बाद प्रमोशन मिला और क्लर्क हो गया। परमानेंट होने के लिए भी उसने अच्छी खासी घूस दी।
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जीजा-साले निकले साथी
जानकारी के अनुसार राजकुमार सालवी ने अपनी ज्यादातर संपत्ति में हिस्सेदार जीजा, साले, पत्नी और बेटे के नाम कर रखी है। नगर निगम का क्लर्क सेटलमेंट के नाम पर भी मोटा कमीशन हासिल करता था।
अधिकारियों का पैसा लगाया
जांच में ये खुलासा हुआ है कि राजकुमार सालवी ने कई अधिकारियों के पैसे अपने बेटे और पत्नी के नाम से फर्म बनाने में लगाए हैं। इसके दस्तावेज छानबीन के दौरान मिले हैं। आगे की जांच अभी जारी है।