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World AIDS Day: क्यों मनाया जाता है विश्व एड्स दिवस? देश में हर दिन 115 लोगों की जा रही जान; जानें लक्षण

हर साल 1 दिसंबर को AIDS (एक्वायर्ड इम्यूनोडिफिशिएंसी सिंड्रोम) के बारे में जागरुकता बढ़ाने के उद्देश्य से विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। जो ह्यूमन इम्यूनो डेफिशिएंसी वायरस (HIV) के कारण होता है। ये वायरस शरीर के इम्युन सिस्टम पर हमला करता है और उसे इतना कमजोर कर देता है कि शरीर दूसरा कोई संक्रमण या बीमारी झेलने के काबिल नहीं बचता।

दुनिया में दूसरे नंबर पर भारत

HIV का पता तो 1981 में ही चल गया था, लेकिन भारत में इसका पहला मामला 1986 में सामने आया था। चेन्नई की रहने वालीं कुछ सेक्स वर्कर्स में इस संक्रमण की पुष्टि हुई थी। HIV के संक्रमण के मामले में भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर है। बता दें कि WHO ने सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने की शुरुआत अगस्त 1987 में की थी।

किसी भी उम्र के व्यक्ति को HIV कर सकता है प्रभावित

शुरुआती दौर में विश्व एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था जबकि HIV संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। इसके बाद साल 1996 में HIV/AIDS पर संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक स्तर पर इसके प्रचार और प्रसार का काम संभालते हुए साल 1997 में विश्व एड्स अभियान के तहत संचार, रोकथाम और शिक्षा पर काफी काम करना शुरू किया था।

क्या होता है HIV AIDS ?

HIV एक प्रकार के जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली गंभीर बीमारी है। इसे मेडिकल भाषा में ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस यानि HIV के नाम से जाना जाता है। वहीं लोग इसे आम बोलचाल में एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम के नाम से जानते हैं। इसमें जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर के इम्यून सिस्टम पर हमला करता है। जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता।

HIV ऐसा वायरस है, जिसका समय पर अगर इलाज नहीं किया गया तो ये आगे चलकर AIDS की बीमारी बन जाता है। इसका अभी तक कोई पुख्ता इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाओं के सहारे वायरल लोड को कम किया जा सकता है, जिससे शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत बना रहता है।

हर दिन 115 लोगों की जान ले रहा एड्स

WHO के मुताबिक, ये वायरस अभी भी हर साल लाखों लोगों को संक्रमित कर रहा है। आंकड़ों पर नजर डालें तो, 2021 के आखिर तक दुनिया में 3.84 करोड़ लोग इस वायरस से संक्रमित थे। 2021 में दुनियाभर में 6.5 लाख लोगों की मौत HIV की वजह से हुई थी।

नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (NACO) के मुताबिक, 2021 में भारत में एड्स के 62,967 नए मामले सामने आए थे और 41,968 लोगों की मौत हो गई थी। इसका मतलब है कि, हर दिन औसतन 115 मौतें। UNAIDS के आंकड़े बताते हैं कि 2021 तक भारत में 24 लाख लोग HIV संक्रमित थे।

एचआईवी संक्रमण के लक्षण

HIV से संक्रमित होने पर फ्लू जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, जैसे- बुखार होना, गला खराब होना या कमजोरी आना। इसके बाद इस बीमारी में तब तक कोई लक्षण नहीं दिखाई देते, जब तक AIDS न बन जाए। संक्रमण बढ़ने के बाद अन्य गंभीर लक्षण दिखने लगते हैं। जैसे,

  • लिम्फ नोड्स में सूजन
  • तेजी से वजन कम होते जाना
  • दस्त और खांसी
  • बुखार आना
  • गंभीर जीवाणु संक्रमण
  • कुछ प्रकार के कैंसर का विकसित होना

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