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सतपुड़ा, विंध्याचल और मंत्रालय भवन में अग्नि सुरक्षा के होंगे पुख्ता इंतजाम

सतपुड़ा में अग्निकांड के डेढ़ माह बाद ईएलबी, एक्सटिंग्यूसर खरीदी के टेंडर जारी

भोपाल। राजधानी के सतपुड़ा भवन में अग्निकांड की घटना के डेढ़ माह बाद राज्य शासन चेता है। इस भवन के साथ ही विंध्याचल और राज्य मंत्रालय की बिल्डिंग को भी अग्नि सुरक्षा से बचाव के लिए चाक-चौबंद किया जाएगा। करीब 5 करोड़ रुपए की लागत से इन तीनों भवनों में आग से बचाव और फायर अलर्ट सिस्टम को डेवलप किए जाने की तैयारी है। लोक निर्माण विभाग के कैपिटल डिवीजन-2 के ईई ने फायर एक्सटिंग्यूशर और इलेक्ट्रिकल लो वोल्टेज सिस्टम (ईएलवी) की खरीदी के लिए टेंडर जारी किए हैं।

इस अग्निकांड ने सरकारी भवनों में फायर अलर्ट सिस्टम की कलई खोल दी थी और आग से बचाव को लेकर की गई व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए थे। सीपीए के खत्म होने के बाद इन भवनों के रखरखाव की जिम्मेदारी भी लोक निर्माण विभाग पर है। विभाग ने सतपुड़ा और विंध्याचल के लिए फायर एक्सटिंग्यूशर (अग्निशमन यंत्र) की खरीदी के लिए पिछले सप्ताह टेंडर जारी किए हैं। वहीं, मंत्रालय की बिल्डिंग को आग से बचाव के लिए इलेक्ट्रिकल लो वोल्टेज सिस्टम (ईएलवी) से लैस करने की तैयारी है। सरकारी क्षेत्र में यह बिल्डिंग सबसे ज्यादा हाईटेक मानी जाती है।

डेढ़ माह पहले हुआ था अग्निकांड : सतपुड़ा भवन में 12 जून की शाम चार बजे भीषण आग लग गई थी। सेना, पुलिस फायर, तेल कंपनियां, भेल और एयरपोर्ट सहित आसपास के जिलों से फायर फाइटिंग अमले की मदद से तीन मंजिलों पर लगी आग को करीब 15 घंटे की मशक्कत के बाद काबू पाया जा सका था। इस आग में स्वास्थ्य सहित अन्य विभागों के फर्नीचर और जरूरी दस्तावेज जलकर राख हो गए। दिलचस्प पहलू यह है कि इस भवन में फायर अलार्म सिस्टम तक काम नहीं कर रहा था। रखरखाव एजेंसी ने इसका फायर ऑडिट भी नहीं कराया था।

जांच रिपोर्ट में 24 करोड़ के नुकसान का अनुमान

गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा की अध्यक्षता में बनी जांच समिति ने अग्निकांड के एक सप्ताह बाद 287 पन्नों की जांच रिपोर्ट सरकार को सौंपी थी। इसमें किसी को दोषी नहीं ठहराया गया। कमेटी ने आग लगने से 24 करोड़ के नुकसान का अनुमान लगाया था। आग लगने का कारण एसी के टॉप-बॉटम पॉवर प्लग में लूज कनेक्शन होना बताया गया। आग तीसरे तल पर स्थित आदिम जाति कल्याण विभाग के उपसंचालक के बंद एसी में हुए ब्लास्ट से फैली थी।

किस भवन में क्या उपकरण लगाए जाएंगे

  • एक्सटिंग्यूशर (सीओ 2 टाइप) 4.50 किलो के 35 नग, लागत 4 लाख रु.
  • एक्सटिंग्यूशर (एबीसी पॉवर टाइप) 9 किलो के 207 नग, लागत 8.50 लाख रुपए

विंध्याचल भवन

  •  एक्सटिंग्यूशर (सीओ 2 टाइप) 4.50 किलो के 35 नग, लागत 4 लाख रु.
  • एक्सटिंग्यूशर (एबीसी पॉवर टाइप) 9 किलो के 198 नग, लागत 8 लाख रुपए

मंत्रालय भवन

ईएलवी के तहत फायर अलार्म सिस्टम, पब्लिक एडेÑस सिस्टम, टॉक बेक सिस्टम, सीसीटीवी सिस्टम, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम, बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम, गेट ऑटोमेशन सिस्टम, एवी सिस्टम सहित अन्य उपकरण। इस पर करीब साढ़े चार करोड़ रुपए खर्च होंगे।

सतपुड़ा, विंध्याचल और राज्य मंत्रालय की बिल्डिंग में आग से बचाव के लिए सुरक्षा उपकरण खरीदे जा रहे हैं। इसके लिए विभाग ने टेंडर जारी किए हैं। – संजय मस्के, चीफ इंजीनियर, कैपिटल जोन, भोपाल

(इनपुट – संतोष चौधरी)

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