
कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोलकाता में देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो का उद्घाटन किया। कोलकाता की अंडरवाटर मेट्रो का निर्माण हुगली नदी के नीचे कराया गया है। अंडरवाटर मेट्रो, जमीन से 33 मीटर नीचे और हुगली नदी के तल से 13 मीटर नीचे बनी ट्रैक पड़ दौड़ेगी। यह मेट्रो हावड़ा को कोलकाता शहर से जोड़ेगी। पीएम ने इस मेट्रो में स्कूली बच्चों के साथ सफर किया और उनसे बातचीत भी की।
पुणे मेट्रो के विस्तार की आधारशिला भी रखी
प्रधानमंत्री ने दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के दुहाई-मोदीनगर (उत्तर) खंड, पुणे मेट्रो के रूबी हॉल क्लिनिक-रामवाड़ी खंड, कोच्चि मेट्रो के एसएन जंक्शन से त्रिपुनिथुरा खंड और आगरा मेट्रो के ताज ईस्ट गेट-मनकामेश्वर खंड का भी उद्घाटन किया। पीएम ने पिंपरी चिंचवड़ और निगड़ी के बीच पुणे मेट्रो के विस्तार की आधारशिला भी रखी।
#WATCH | West Bengal: Prime Minister Narendra Modi greeted by a crowd of supporters amid loud cheers of 'Modi Modi' and 'Jai Shree Ram' in Kolkata.
PM Modi inaugurated India's first underwater metro rail service, a short while ago. pic.twitter.com/RUboFpc6CQ
— ANI (@ANI) March 6, 2024
देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो
देश की पहली मेट्रो ट्रेन 1984 में कोलकाता उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर (ब्लू लाइन) में दौड़ी थी। एक बार फिर 40 साल बाद यहीं से देश की पहली अंडरवाटर मेट्रो रेल चलेगी, जो जमीन से 33 मीटर नीचे और हुगली नदी के तल से 13 मीटर नीचे चलेगी। इस मेट्रो में वर्ष 2035 तक 10 लाख यात्री सफर करेंगे।
ये हैं प्रोजेक्ट की खास बातें
- कोलकाता मेट्रो के हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड सेक्शन में ट्रेन पानी के अंदर दौड़ेगी। हावड़ा मेट्रो स्टेशन भारत का सबसे गहरा स्टेशन भी है।
- हावड़ा मैदान-एस्प्लेनेड सेक्शन हुगली नदी के नीचे बना हुआ है, हावड़ा और साल्ट लेक शहर हुगली नदी के ईस्ट और वेस्ट तट पर स्थित हैं।
- कोलकाता मेट्रो ने ट्रायल के तौर पर अप्रैल 2023 में हुगली नदी के नीचे टनल के माध्यम से ट्रेन दौड़ाकर इतिहास रचा, जो भारत में पहली बार हुआ।
- यह सेक्शन 4.8 किलोमीटर लंबा है, जो कि हावड़ा मैदान को एस्प्लेनेड से जोड़ेगा है। इस सेक्शन में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के तहत हावड़ा मैदान आईटी हब साल्ट लेक सेक्टर V से कनेक्ट होगा।
- इनमें हावड़ा मैदान से एस्प्लनेड तक 4.8 किमी रूट बनकर तैयार है। इसमें 4 अंडरग्राउंड स्टेशन हैं- हावड़ा मैदान, हावड़ा स्टेशन, महाकरण और एस्प्लनेड।
- हावड़ा स्टेशन से महाकरण स्टेशन तक 520 मीटर लंबी टनल बनाई गई है, जिसमें दो ट्रैक बिछाए गए हैं।
- अधिकारियों की ओर से उम्मीद जताई गई है कि, मेट्रो ट्रेन इस टनल को 80 किमी/घंटे की रफ्तार से सिर्फ 45 सेकेंड में पार कर लेगी। इससे हावड़ा और कोलकाता की कनेक्टिविटी बेहतर होगी।
- रोज 7 से 10 लाख लोगों का सफर आसान होगा।
- एस्प्लेनेड और सियालदह के बीच ईस्ट-वेस्ट अलाइनमेंट का हिस्सा अभी भी निर्माणाधीन है। हालांकि साल्ट लेक सेक्टर V से सियालदह तक का हिस्सा पहले से ही उपयोग में है।
- मेट्रो ऑटोमैटिक ट्रेन ऑपरेशन (ATO) सिस्टम से चलेगी। इसका मतलब कि, मेट्रो चालक के एक बटन दबाने के बाद ट्रेन अपने आप अगले स्टेशन पर पहुंचेगी।
- ईस्ट-वेस्ट मेट्रो के कुल 16.6 किलोमीटर में से 10.8 किलोमीटर भूमिगत है, जिसमें हुगली नदी के नीचे सुरंग भी शामिल है। बाकी हिस्सा जमीन के ऊपर है।
- कोलकाता मेट्रो का टारगेट जून या जुलाई के आसपास साल्ट लेक सेक्टर V और हावड़ा मैदान के बीच पूरे ईस्ट-वेस्ट रूट पर वाणिज्यिक परिचालन शुरू करना है।
- अधिकारियों के मुताबिक अंडरवाटर मेट्रो में लोगों को 5G इंटरनेट की सुविधा भी मिलेगी। साथ ही ये भी कहा गया है कि टनल में पानी की एक बूंद भी प्रवेश नहीं कर सकती।
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