
सिहोरा. नगर पालिका सिहोरा में पदस्थ एक क्लर्क को शुक्रवार दोपहर लोकायुक्त जबलपुर की टीम ने 20 हजार की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। आरोपी क्लर्क ने एक बिल पास करवाने के एवज में जल प्रदाय सामग्री के सप्लायर ठेकेदार से 25000 हजार की रिश्वत की मांग की थी। बताया जाता है कि ठेकेदार ने पहली किस्त के रूप में 5 हजार क्लर्क को दे दिए। दूसरी किस्त देने के दौरान ठेकेदार ने संबंधित क्लर्क की शिकायत लोकायुक्त से की थी, शिकायत पर लोकायुक्त की टीम ने क्लर्क को 20 हजार की दूसरी किस्त लेते हुए नगर पालिका कार्यालय के बाहर दबोच लिया। आरोपित क्लर्क के खिलाफ लोकायुक्त की टीम ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है।
यह है पूरा मामला
खितौला वार्ड नंबर 12 निवासी ठेकेदार देवेंद्र कुमार साहू ने बताया कि उसने 1 अप्रैल 2020 को नगर पालिका परिषद सिहोरा में मोटर बाइंडिंग पंप और जल प्रदाय से जुड़ी सामग्री की सप्लाई की थी। जिसका करीब 7 लाख का बिल डेढ़ साल से पेंडिंग में पड़ा था। बिल को पास करवाने के एवज में नगर पालिका सिहोरा में पदस्थ क्लर्क संतोष दहायत ने ठेकेदार से 25 हजार की रिश्वत बिल पास करवाने के एवज में मांगी थी। ठेकेदार ने पहली किश्त के रूप में 5 हजार संतोष दहायत को दे दिए थे। क्लर्क संतोष दहायत बार-बार दूसरी किस्त की मांग ठेकेदार देवेंद्र कुमार साहू से कर रहा था। जिससे परेशान होकर उन्होंने लोकायुक्त जबलपुर में मामले की शिकायत की।

ऊपर के कमरे में ली रिश्वत, नीचे लोकायुक्त ने दबोचा
बताया जाता है कि शिकायत पर लोकायुक्त डीएसपी जबलपुर दिलीप झरवड़े ने रिश्वत की दूसरी किस्त के रूप में क्लर्क संतोष दहायत को दिए जाने वाले 20 हजार के नोट के सीरियल नंबर नोट नोट करने के बाद उसमें पाउडर लगाकर शिकायतकर्ता देवेंद्र साहू को दे दिए। दोपहर करीब 1.30 बजे के लगभग देवेंद्र साहू नगर पालिका सिहोरा कार्यालय पहुंचा। कार्यालय की पहली मंजिल में बैठे क्लर्क संतोष दहायत को 2 हजार के 10 नोट रिश्वत के दिए। क्लर्क संतोष दहायत जैसे ही सीढ़ियों से नीचे उत्तरा वैसे ही लोकायुक्त डीएसपी दिलीप झरवडे़, निरीक्षक कमल सिंह उईके, कॉन्स्टेबल अतुल श्रीवास्तव सोनू चौकसे, विजय और जीत सिंह ने क्लर्क को दबोच लिया एवं उसकी के जेब में रखे 20 हजार के नोटों के सीरियल नंबर का मिलान किया। तत्पश्चात पानी से हाथ धुलाते ही क्लर्क के हाथ गुलाबी रंग से रंग गए।
पेंट भी किया जप्त, भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत दर्ज किया मामला
लोकायुक्त की टीम ने आरोपी क्लर्क की पेंट उतरवाकर उसे जब्त कर लिया है। साथ ही रिश्वत में दिए गए नोटों को जप्त करने के बाद उन्हें सील बंद लिफाफे में सबूत के तौर पर रख लिया है। टीम ने आरोपित क्लर्क के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।