भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल : लापता जुड़वा बच्‍चों के शव मिले; महिला ने कहा- बच्चों को पाल नहीं सकते थे, इसलिए मार डाला

भोपाल। राजधानी के टीटी नगर इलाके से गायब हुए जुड़वा बच्चों के शव आज 5वें दिन हबीबगंज इलाके में ज्ञानेश्वर मंदिर के पीछे मिले। पुलिस 4 दिनों से सीसीटीवी और नालों की जांच कर रही थी। कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाली सपना धाकड़ ने 7 सितंबर को जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था। 23 सितंबर को बच्चे गुम हो गए थे।

मां बोलीं- पालने के लिए पैसे नहीं थे

मंगलवार को पुलिस ने महिला के घर पहुंचकर एक बार फिर उससे पूछताछ शुरू की और उसे सीसीटीवी फुटेज दिखाए, जिसमें महिला अकेली थी और बच्‍चे नहीं थे। इसके बाद महिला टूट गई और उसने हबीबगंज इलाके में रविशंकर नगर पहुंचकर वो जगह दिखाई, जहां बच्‍चों को फेंका गया था। अब महिला का कहना है कि पति ने ही बच्चों को मार डाला है। हम बच्‍चों का पालन-पोषण नहीं कर सकते थे, इसलिए उन्‍हें मार दिया। हालांकि, पुलिस को महिला के इस बयान पर अभी भी संशय है, क्‍योंकि सीसीटीवी फुटेज में कहीं महिला का पति नजर नहीं आया था।

पुलिस का कहना है कि महिला के बयानों की जांच कर रहे हैं। बच्चों को मारा गया या वे भूख से मर गए, इसका पता पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही चलेगा।

क्या है पूरा मामला ?

बैरसिया की रहने वाली सपना धाकड़ (27) की शादी साल 2017 में कोलार गेस्ट हाउस के पास रहने वाले बृजमोहन धाकड़ (28) से हुई थी। 7 सितंबर को सपना ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया। बीते शुक्रवार सुबह कोलार गेस्ट हाउस बस्ती इलाके से दोनों नवजात शिशुओं को लेकर निकली थी। महिला ने पुलिस को बताया कि टीटी नगर के फुटपाथ से दोनों बच्चे लापता हो गए। पुलिस की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई थी कि मां कोलार गेस्ट हाउस से बच्चे लेकर निकली थी, लेकिन हबीबगंज पुलिस स्टेशन के पास जब सिटी बस में सवार हुई तो बच्चे उसकी गोद में नहीं थे।

बीसीएलएल की बस का वीडियो दिखाने के बाद पीड़िता सपना धाकड़ हालत बिगड़ने लगी। बाद में उसे जेपी में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने सलाह दी कि उसके प्रसव को अभी कम दिन हुए हैं। ऐसे में उसे कमजोरी है, कुछ दिन आराम कराया जाए। इसके बाद महिला का पति उसे लेकर घर चला गया।

महिला ने पहले दिया था ये बयान

पूछताछ में पुलिस को पता चला था कि 23 सितंबर को तड़के 4.30 बजे सपना दोनों बच्चों को लेकर घर से निकली थी। करीब 10 मिनट बाद कोलार गेस्ट हाउस तिराहे पर पहुंची। जहां से वह मैनिट तिराहे की ओर चली गई। जहां से माता मंदिर चौराहे की ओर जाने लगी और रोशनपुरा चौराहे से होते हुए रंगमहल टॉकीज चौराहे पर पहुंची। सुबह 6.15 बजे से 6.45 बजे के बीच जब वह अपने बच्चों को फुटपाथ पर छोड़कर शौचालय चली गई, वापस आने पर बच्चे गायब हो गए। इसके बाद उसने अपने पति को फोन कर मामले की सूचना पुलिस को दी।

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जांच में सामने आया घटनाक्रम

23 सितंबर को महिला अपने जुड़वां बच्चों को लेकर करीब 4.30 बजे घर से निकली। करीब 10 मिनट बाद वह कोलार गेस्ट हाउस के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई। वह दोनों बच्चों को एक हाथ और एक छतरी में पकड़े हुए थी। इसके बाद वह एकांत पार्क के पास से गुजरी और हबीबगंज थाने के पास बच्चों के साथ कैमरे में कैद हुई थी। उसे ओल्ड हबीबगंज पुलिस स्टेशन की इमारत के पास लगे एक सीसीटीवी में कैद किया गया था, जहां से सुबह 6 बजे से पहले नवजात के कपड़े को फेंकते हुए देखा गया था।

सुबह करीब 6 बजे उसे हबीबगंज इलाके में अरेरा पेट्रोल पंप के पास एक दुकान पर बैठा देखा गया, लेकिन बच्चे गायब थे। बाद में वह सुभाष स्कूल की ओर चल पड़ी और टीटी नगर के लिए एक लो-फ्लोर बस में सवार हो गई। वह बस में लगे सीसीटीवी कैमरे में बिना बच्चों के कैद हो गई। सुबह करीब 8.30बजे महिला ने पति के साथ टीटी नगर पुलिस से संपर्क किया।

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