भोपालमध्य प्रदेश

भोपाल MANIT में लोकायुक्त की कार्रवाई : प्रोफेसर और कंसलटेंट को 1.5 लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में लोकायुक्त (Lokayukta) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने MANIT परिसर में प्रोफेसर डॉ. आलोक मित्तल और कंसलटेंट गोपी कृष्ण मिश्र को रिश्वत के डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा। आरोपियों ने मेडिकल वेस्ट प्लांट को पास करने के एवज में 7 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी।

क्या है पूरा मामला ?

जानकारी के मुताबिक, भोपाल के बावड़िया कला में रहने वाली प्रमिला रिछारिया मेडिकल फॉर्म संचालित करती हैं। उन्होंने 12 जनवरी 2023 को लोकायुक्त में शिकायती आवेदन दिया था। इसमें उन्होंने बताया था कि उनकी फर्म द्वारा मेडिकल वेस्ट का मैनेजमेंट कार्य किया जाता है। इसी इसी के लिए वे शिवपुरी में मेडिकल वेस्ट का प्लांट शुरू करना चाहती हैं। इसका निर्माण प्रस्तावित है। लेकिन, इसके लिए स्टेट एक्सपर्ट अप्रेजल कमिटी से एनओसी लेनी होती है।

स्टेट एक्सपर्ट अप्रेजल कमिटी में रायसेन विषय के विशेषज्ञ एवं प्रोफेसर डॉ. आलोक मित्तल द्वारा रिपोर्ट तैयार करने के बदले में कंसलटेंट गोपी मिश्र के माध्यम से 7 लाख रुपए की रिश्वत मांगी गई। जिसकी पहली किस्त के रूप में डेढ़ लाख रुपए मांगे गए हैं। आवेदिका ने इसकी शिकायत लोकायुक्त में कर दी।

मैनिट कैंपस में दिया कार्रवाई को अंजाम

लोकायुक्त पुलिस द्वारा सत्यता की जांच कराई गई। इस पर लोकायुक्त की टीम ने केमिकल लगे नोट देकर आवेदिका को रविवार को भेजा था। लोकायुक्त पुलिस ने आरोपी कंसलटेंट गोपी कृष्ण मिश्र और प्रोफेसर आलोक मित्तल को रिश्वत की राशि डेढ़ लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों दबोच लिया। इस कार्रवाई को लोकायुक्त ने मैनिट कैंपस में ही अंजाम दिया है। भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा के तहत दोनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई जा रही है। बता दे डॉक्टर आलोक मित्तल मेरिट कैंपस में प्रोफेसर भी हैं।

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